मोहन का एक साल:मोहन विजन…जन-जन की सुविधा के लिए नए रूप में सार्वजनिक परिवहन…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
मध्यप्रदेश में पिछले 19 वर्ष से बंद सार्वजनिक परिवहन सेवा एक बार फिर नए रूप में आने को तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम बनने के छह माह में ही सार्वजनिक परिवहन की तरफ अपना रुझान साफ कर दिया था। जून में कैबिनेट बैठक के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने इसे दोबारा शुरू करने को लेकर एक बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे। दरअसल यह संकेत था कि मोहन के मन में सरकारी बस परिवहन को लेकर सकारात्मक भाव है। दस साल विधायक रहकर मोहन ने यह समझ लिया था कि आमजन के जीवन में सार्वजनिक परिवहन की क्या कीमत है। और मुख्यमंत्री पद पर एक साल पूरा होने के पहले ही मोहन यादव ने साफ कर दिया है कि जल्दी ही नई परिवहन सेवा आमजन को समर्पित होगी। 11 दिसंबर 2024 को समत्व में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में नवीन यात्री बस सेवा के संचालन में यात्री सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों की आवश्यकता और इंटरसिटी मार्गों के महत्व को ध्यान में रखते हुए बसों का संचालन किया जाए। टिकट बुकिंग, बस ट्रैकिंग जैसे टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के समस्त लाभ यात्रियों को सरलता से प्राप्त हों, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए समयसीमा निर्धारित करें तथा जल्द से जल्द प्रदेश में नवीन यात्री बस सेवा का संचालन आरंभ करना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जो बस ऑपरेटर परमिट में उल्लेखित नियम शर्तों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाए। बैठक में अन्य राज्यों में संचालित व्यवस्था की जानकारी भी दी गई।
तो यह बात भी साफ हो गई है कि नई सरकारी बस सेवा का स्वरूप कैसा होगा?शहरी, ग्रामीण परिवहन सेवा के साथ-साथ अंतर शहरी अन्तर्राज्यीय नवीन यात्री परिवहन सेवा का प्रबंधन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय होल्डिंग कंपनी द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। क्षेत्रीय स्तर पर कंपनियां होंगी और जिला स्तर पर निगरानी के लिए भी परिवहन समितियों का गठन होगा। राज्य स्तरीय और संभाग स्तरीय कार्यालय में कंट्रोल एवं कमांड सेंटर स्थापित किए जाएंगे। नोटिफाईड रूट्स पर निविदा प्रक्रिया से ऑपरेटर का चयन तथा अनुबंध होगा। कंपनी, अनुबंधित ऑपरेटर्स को परमिट और संचालन में सहयोग प्रदान करेगी। यात्री बस सेवा संचालन में लगे स्टाफ के प्रशिक्षण के लिए संभाग स्तर पर ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
यात्रियों की सुविधा और बेहतर बस सेवा संचालन के लिए अद्यतन आईटी टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस का उपयोग किया जाएगा। यात्रियों के लिए ई-टिकट, मोबाइल एप, बस ट्रैकिंग, ऑक्युपेंसी देखने और भुगतान की सरलतम सुविधा उपलब्ध होगी। अनुबंधित ऑपरेटर्स के लिए ऑपरेटर ऐप, वीडियो ऑडिट सॉफ्टवेयर, फील्ड ऑडिट डैशबोर्ड आदि की व्यवस्था होगी। राज्य एवं संभाग स्तरीय कंपनियां ,कंट्रोल कमांड सेंटर सॉफ्टवेयर, बस- ऑटो-टैक्सी-मेट्रो आदि के लिए एक बुकिंग प्लेटफार्म, ऑनलाइन ई-बुकिंग तथा बसों की संपूर्ण मॉनिटरिंग के लिए बोर्ड का उपयोग करेंगी।
तो अब तय है कि मध्यप्रदेश में लोक परिवहन सेवा को नए स्वरूप में शुरू करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की इच्छा के मुताबिक लोक परिवहन को मजबूत करने के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवा नए स्वरूप में आ रही है। वर्ष 2005 में सड़क परिवहन निगम बंद होने से प्रदेश स्तरीय सार्वजनिक परिवहन सेवा नहीं है। स्थानीय स्तर पर नगरीय निकायों द्वारा कंपनी बनाकर कुछ बसों का संचालन किया जाता है। गौरतलब है कि घाटे में चलने के कारण वर्ष 2005 में भाजपा की तत्कालीन बाबूलाल सरकार के समय मप्र सड़क परिवहन निगम को बंद करने का निर्णय हुआ था। हालांकि, बंद करने की तैयारी वर्ष 2003 के पहले कांग्रेस सरकार के समय से ही प्रारंभ हो गई थी। तो सड़क परिवहन निगम बंद होने के पांच साल बाद वर्ष 2010 में बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया था। इसके बाद निजी बस ऑपरेटरों की मनमानी बढ़ गई थी और बसों का किराया आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गया था।
तो डॉ. मोहन यादव जब पहली बार 2013 में विधायक बने, उससे तीन साल पहले 2010 में सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से ठप हो गया था। प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन ‘होने’ और ‘न होने’ का फर्क डॉ. मोहन यादव ने आमजन में महसूस किया था। यही वजह है कि मुख्यमंत्री बनने पर उन्होंने मध्यप्रदेश को फिर सार्वजनिक परिवहन की सौगात दी है। और लगता है कि जब वह 25 मार्च 2025 को साठ वर्ष की आयु पूर्ण करेंगे, तब आमजन सार्वजनिक परिवहन से आवागमन करने लगेगा। या हो सकता है कि 25 मार्च 2025 को ही यह सेवा आमजन को समर्पित हो। और मोहन विजन के अनुरूप जन-जन की सुविधा के लिए नए रूप में सार्वजनिक परिवहन मध्यप्रदेश को समृद्ध करे…।