

Onkar Circuit: ओंकार सर्किट का होगा विकास, इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर और महेश्वर में होगा यात्री सुविधाओं का विकास
खंडवा: खंडवा जिले के आेंकारेश्वर में ममलेश्वर कांपलेक्स का निर्माण संस्कृति विभाग पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत नहीं कर पाया है अब इसे सिंहस्थ मद से पूरा किया जाएगा। छह महीने में इसकी लागत भी सौ करोड़ से बढ़कर डेढ़ सौ करोड़ हो गई है।
मंत्रिमंडलीय समिति ने सात जनवरी 2025 को ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर कांपलेक्स का विविध चरणों में विकास कार्य करने के लिए सौ करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी। यह काम तीस जून 2027 तक पूर्ण किया जाना था। इस काम के लिए अभी तक वास्तुविद नियुक्त करने के लिए प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। वास्तुविद नियुक्ति की प्रक्रिया अभी अधूरी है वहीं अब संस्कृति विभाग इसे पुर्नघनत्वीकरण योजना से इस काम को कराने से हाथ खीच लिए है। अब यह काम पुर्नघनत्वीकरण योजना के स्थान पर सिंहस्थ मद से कराया जाएगा। इस निर्माण कार्य के लिए खर्चो का भी नये सिरे से आंकलन किया गया है। अब साढ़े चार माह में ही यह काम सौ की जगह डेढ़ सौ करोड़ से किया जाना प्रस्तावित किया गया है।
ओंकारेश्वर खंडवा में ही नवीन होटल का निर्माण पीपीपी पर किया जा रहा है। यह काम पचास करोड़ रुपए खर्च कर किया जाएगा। काम पूरा करने के लिए 31 दिसंबर 2027 तक की समयसीमा तय की गई है। अभी पर्यटन नीति के तहत निविदा प्रक्रिया पूर्ण की गई है। निवेशकों ने इसमें राशि जमा की है।
आेंकार सर्किट विकास के लिए डीपीआर का काम पूरा-
मध्यप्रदेश में ओंकार सर्किट का विकास 70 करोड़ खर्च कर किया जाना है। इसमें इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर एवं महेश्वर में यात्री सुविधाओं का विकास कार्य किया जाना है। यह काम सिंहस्थ मद से किया जाना है। कार्य पूरा करने के लिए तीस अप्रैल 2027 तक की समयसीमा तय की गई है। अभी इसमें डीपीआर का काम पूरा हो गया है जल्द ही इसका निर्माण शुरु किया जाएगा। वहीं मंदसौर में पर्यटक सुविधा केन्द्र यशोधर्मन हाईवे ट्रीट का काम पच्चीस करोड़ से किया जाना है काम तीस अप्रैल 2027 तक पूरा होना है। इसमें डीपीआर का काम पूरा हो गया है जल्द ही इसमें काम शुरु किया जाएगा।