Online fraud : शहर के नामी डॉक्टर और गृहणी से साइबर ठगी!
Indore : साइबर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के शिकार शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर और एक गृहणी को वापस रुपए दिलवाए। दोनों मामलों में धोखे से पैसे लिए गए थे। डॉक्टर से अलग-अलग चार्जेस के नाम पर पैसे लिए गए, जबकि गृहणी से बिजली के बिल के नाम पर धोखा देकर बैंक से पैसे निकाल लिए।
साइबर सेल इंदौर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह के मुताबिक 19 अक्टूबर को एक डॉक्टर ने शिकायत की थी कि उनके द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर विदेश में जॉब के लिए जानकारी पोस्ट की गई थी। इसी आधार पर फ्रॉड गैंग द्वारा ईमेल के माध्यम से संपर्क कर दुबई के प्रसिद्ध मेडिकल इंस्टिट्यूट में आकर्षक पैकेज पर जॉब दिलवाने का झांसा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, रजिस्ट्रेशन, वीजा आदि अलग-अलग चार्जेस के नाम पर रुपए विभिन्न ने पेमेंट गेटवे के माध्यम से जमा करा लिए गए। शिकायत के बाद बैंक से दूरभाष पर संपर्क कर अवैध ट्रांजैक्शन को रोकने की कार्रवाई की गई। फलस्वरूप डॉक्टर को फ्रॉड की राशि 2 लाख 70 हजार रुपए वापस कराने में सफलता प्राप्त की।
इसी प्रकार 31 दिसंबर को महिला ने शिकायत की थी कि उनके मोबाइल नंबर पर बिजली बिल जमा करने के लिए टेक्स्ट मैसेज प्राप्त हुए। मैसेज में दिए गए विद्युत अधिकारी के फर्जी नंबर को सही समझकर महिला ने संपर्क किया।
उसने स्वयं को विद्युत विभाग का अधिकारी बताकर एनीडेस्क ऐप डाउनलोड कराकर बैंक संबंधी जानकारी ली गई। इस आधार पर फ्रॉड स्टर द्वारा धोखाधड़ी कर गृहणी के बैंक खाते से राशि का ट्रांजैक्शन करा लिया। ग्रहणी को भारतीय स्टेट बैंक से ऊपर ट्रांजैक्शन होने के संबंध में मैसेज प्राप्त होने पर जालसाजी का पता चला तो तत्काल उसने राज्य साइबर पुलिस में शिकायत की।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बैंक स्टेटमेंट मोबाइल पर प्राप्त मैसेज का अध्ययन कर अवैध ट्रांजैक्शन की जानकारी एकत्रित की गई। इस आधार पर फ्रॉड स्टर द्वारा फ्रॉड की राशि अमेजॉन पर खरीदारी के लिए स्थानांतरित कर लेना पाया गया। बैंक से संपर्क कर अवैध ट्रांजैक्शन को रोकने की कार्रवाई की गई। इस मामले में नोडल अधिकारी से संपर्क कर गृहणी को फ्रॉड की राशि 2 लाख रुपए वापस दिलवाने में सफलता प्राप्त की।