Indore : शहर में बड़े शोरूम से लगाकर ठेला और खोमचा लगाने वाले भी अब ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा देने लगे है। बड़ी दुकानों पर तो 100 प्रतिशत तक ऑनलाइन पेमेंट हो रहा है। ठेला-खोमचा लगाने वाले भी 50% तक ऑनलाइन पेमेंट होने लगा है। नोटबंदी के बाद से ऑनलाइन पेमेंट का चलन तेजी से देखने को मिला है। लोग अपने रिचार्ज, बिजली बिल सहित तमाम पेमेंट के लिए ऑनलाइन का विकल्प पसंद करने लगे है। फुटपाथ पर ठेला-खोमचा लगाने वाले तुलनात्मक रूप से कम पढ़े-लिखे हैं, महंगे और अत्याधुनिक फोन का भी कम इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, अपने ग्राहकों को ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा दे रहे।
सरवटे बस स्टैंड के पास गन्ने के रस का ठेला लगाने वाली महिला लक्ष्मीबाई ने बताया कि मैं कभी स्कूल नहीं गई। लेकिन, ग्राहकों के लिए ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा दी है। मैं स्पीकर के माध्यम से या फोन में मैसेज आने पर अंक देख लेती हूं, जिससे मुझे पता चल जाता है कि पेमेंट आ गया। यह सुविधा हम ग्राहकों को नहीं देते है तो कई ग्राहक ऐसे ही चले जाते है।
सब समझ जाता हूं
कलेक्टर कार्यालय के पास पकोड़े का ठेला लगाने वाले मनोज मौर्य ने बताया कि मैं 10वीं पर पढ़ा हुआ हूं। लेकिन ऑनलाइन पेमेंट कैसे आता है समझने लगा हूं। पहले स्पीकर की आवाज सुनकर समझता था, लेकिन अब फोन में भी समझ में आने लगा है। कम पढ़ा-लिखा हूं तो क्या हुआ जमाने के साथ बदलना भी तो जरूरी है।
7वीं पास, पर समझने लगा
फल-फ्रूट का ठेला लगाने वाले सुजल ठाकुर ने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट को अब आसानी से समझने लगा हूं। मेरे पास 50% ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट ही करते है। मैं ऑनलाइन पेमेंट के सभी एप्प इस्तेमाल करता हूं। साथ ही अब में मोबाइल रिचार्ज भी खुद से ही कर लेता हूं।
शत-प्रतिशत ऑनलाइन पेमेंट
कैफे संचालक अभिषेक तिवारी ने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट करने वाले अब 80 से 100 प्रतिशत ग्राहक आने लगे है। इससे आसानी यह हो गई है बार-बार बैंक नहीं जाना पड़ता है। मैं अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों को पेमेंट भी अब ऑनलाइन ही करने लगा हूं। अच्छी सुविधा है, इससे हमारा समय भी बचने लगा।