
दिल्ली की मुहर के बाद ही मिलेगी निगम-मंडलों, प्राधिकरण में जगह, 2 चरणों में हो सकती है नियुक्तियां!
भोपाल:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की बुधवार को हुई बैठक के बाद निगम, मंडल और प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। प्रदेश के पहले चरण में लगभग 50-60 नेताओं की निगम, मंडल और प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्तियों की जाएंगी। इनकी नियुक्तियां भी दिल्ली यानि केंद्रीय संगठन की मुहर के बाद ही किए जाने के आसार है।
ऐसा माना जा रहा है कि सरकार इन नियुक्तियों को अलग-अलग चरणों में कर सकती है। पहले चरण में लगभग तीस निगम, मंडल और प्राधिकरण में अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। इनमें से कुछ में उपाध्यक्ष बनाए जाएंगे, जबकि कुछ में उपाध्यक्ष का पद फिलहाल खाली रखा जाएगा। इसके जरिए लगभग 50-60 नेताओं को एडजस्ट किया जाएगा। इसके बाद बचे हुए निगम, मंडलों और प्राधिकरणों के पदों को भरा जाएगा।
दरअसल इन नियुक्तियों को प्रमुख रूप से दो चरणों में करने का तय किया गया है, इसके पीछे यह माना जा रहा है कि पहले प्रमुख नेताओं को इसमें समायोजित कर दिया जाए, इसके बाद अगले चरण में राजनीतिक समीकरणों के अनुसार नेताओं का एडजस्टमेंट इनमें किया जाए।
वहीं नियुक्तियों से पहले दिल्ली हर नाम पर मुहर लगाएगा। इसलिए पार्टी और सरकार को हर नाम पर पूरा होमवर्क करना होगा, ताकि जरुरत पड़ने पर केंद्रीय संगठन को बताया जा सके कि किस नेता को क्यों यह पद दिया जा रहा है। इन नियुक्तियों में क्षेत्रीय जातिगत समीकरण के साथ ही राजनीतिक समीकरण भी साधने का काम होगा। वहीं कुछ ऐसे नेताओं को भी इसमे जगह मिलेगी जो चुनाव हार गए, लेकिन वे अपने क्षेत्र और प्रदेश में खासा प्रभाव रखते हैं। कुछ नेताओं को संघ की सिफारिश पर इनमें जगह मिलेगी। इसमें से कुछ पार्टी के पुराने नेता ऐसे भी होंगे जिन्हें पहली बार कोई राजनीतिक पद मिलेगा। पूर्व मंत्रियों और विधायकों को भी बड़े निगम मंडल में स्थान दिया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से उमाशंकर गुप्ता,यशपाल सिसोदिया जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम पर विचार किया जा रहा है।




