Only BJP Won : इंदौर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़, सभी 9 सीट भाजपा के खाते में!

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Only BJP Won : इंदौर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़, सभी 9 सीट भाजपा के खाते में!

Indore : जिले में भाजपा को सभी 9 सीटों पर जीत मिल गई। भाजपा के सभी उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से अपनी विधानसभाओं में जीत दर्ज की। सबसे बड़ी जीत इंदौर-2 से भाजपा के रमेश मेंदोला की हुई, जिन्होंने एक लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीता। वास्तव में चुनाव के ये नतीजे किसी चमत्कार से कम नहीं कहे जा सकते क्योंकि, नतीजों का पूर्वानुमान लगाने वालों ने भी इंदौर की सभी 9 सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान नहीं लगाया था। जबकि, 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने चार सीटें (इंदौर-1, राऊ, देपालपुर और सांवेर) जीती थी। सिंधिया की टीम में होने से सांवेर से जीते तुलसी सिलावट ने इस्तीफ़ा देकर भाजपा का दामन थाम किया था और उपचुनाव जीतकर भाजपा विधायक बन गए थे।

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इंदौर की 9 विधानसभा सीटों में से 6 शहरी और 3 ग्रामीण है। लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि शहरी सीटों में कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला और मालिनी गौड़ की जीत पक्की है। इसके अलावा जो 3 उम्मीदवार थे, उनके बारे में अनुमान था कि ये सीटें भाजपा के हाथ से जा सकती हैं। लेकिन जो नतीजे सामने आए उन्होंने उलटफेर कर दिया। इंदौर-पांच, इंदौर-3 और राऊ सीट भी कांग्रेस हार गई। सबसे अप्रत्याशित हार इंदौर-3 से पिंटू जोशी की हुई, जिनके बारे में यह दावे किए जा रहे थे कि उनका जीतना तय है। इसके अलावा राऊ विधानसभा से दो बार के विजेता कांग्रेस उम्मीदवार जीतू पटवारी भी चुनाव हार गए।

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ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो देपालपुर से भाजपा के मनोज पटेल की जीत ने भी लोगों को चौंकाया। क्योंकि, उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ जुलूस भी निकाले गए थे। भाजपा के नेता भी यह मानकर चल रहे थे कि मनोज पटेल की जीत मुश्किल है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय था और भाजपा के बागी निर्दलीय राजेंद्र चौधरी ने यहां 35 हजार से अधिक वोट प्राप्त किए। यहां कांग्रेस के विशाल पटेल की स्थिति इतनी ख़राब भी नहीं थी कि उनकी हार का अनुमान लगाया जाता, पर जनता ने उन्हें दूसरी बार चुनाव नहीं जिताया।

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दूसरी ग्रामीण सीट सांवेर है जहां से तुलसी सिलावट की जीत को लेकर किसी को शंका नहीं थी। इसलिए कि यहां से पूर्व में भाजपा विधायक रहे राजेश सोनकर को पार्टी ने देवास जिले के सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के बड़े नेता सज्जन वर्मा के सामने चुनाव लड़ने भेज दिया था। वह प्रयोग सफल भी रहा और वे वहां से चुनाव जीत गए।

कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका महू विधानसभा सीट पर लगा, जहां उसके अधिकृत उम्मीदवार रामकिशोर शुक्ल के सामने पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने बगावत कर भाजपा की उषा ठाकुर की जीत का रास्ता आसान कर दिया। जबकि, बाहरी होने के नाते महू में उषा ठाकुर का जबरदस्त विरोध था। यदि कांग्रेस में बगावत नहीं होती, तो रामकिशोर शुक्ला का रास्ता आसान भी था। लेकिन, उनकी बगावत ने भाजपा उम्मीदवार को जीत का सेहरा पहना दिया।

कौन कितने से जीता

● विधानसभा क्षेत्र क्रमांक- एक से भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय 44127 वोट से चुनाव जीते।
● विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-दो से भाजपा के रमेश मेंदोला 01 लाख 7000 हजार वोटों से चुनाव जीते।
● विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-तीन से भाजपा के गोलू शुक्ला ने 14757 वोटों से जीत दर्ज की।
● विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-चार पर भाजपा की मालिनी गौड़ 69837 वोटों से जीती।
● विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-पांच पर भाजपा के महेंद्र हार्डिया 16 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते।
● विधानसभा क्षेत्र राऊ से भाजपा के मधु वर्मा ने 32832 वोटों से अप्रत्याशित जीत दर्ज की।
● विधानसभा क्षेत्र सांवेर से भाजपा के तुलसी सिलावट 68854 वोटों से चुनाव जीते।
● विधानसभा क्षेत्र महू से भाजपा की उषा ठाकुर ने 34075 वोट से यह चुनाव जीता।
● विधानसभा क्षेत्र देपालपुर से भाजपा के मनोज पटेल 13698 वोटों से चुनाव जीत गए।

(जीत के आंकड़े अधिकृत वेबसाइट से)