कलयुग में सिर्फ श्रीमद्भागवत कथा ही कर सकती हैं कल्याण : सुश्री जया किशोरी
Ratlam : भगवान की सीखें जिंदगी को तार सकती हैं।भगवान जानने की नहीं मानने की चीज हैं।युवाओं को अधिक से अधिक कथा श्रवण करना चाहिए,क्योंकि इससे धर्म,ज्ञान और आध्यात्म सभी एक साथ हो जाते हैं। पढना है,तो हमारे शास्त्र पढिए।शास्त्र में पूजा पाठ नहीं,जिंदगी जीना सिखाया गया है।आज के युवाओं के लिए आध्यात्म ज्यादा जरूरी है,क्योंकी कॉम्पीटिशन बहुत हो गया है।कलयुग में यदि कोई कल्याण कर सकता है,तो वह श्रीमद्भागवत कथा ही हैं।
यह बात चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ करते हुए प्रसिद्ध कथावाचक सुश्री जया किशोरी ने कही।पहले दिन जया किशोरी ने कहा कि हर व्यक्ति अर्जुन हैं।उसके दिमाग में रोज एक महाभारत का युद्ध हो रहा है और वह अपने कृष्ण को ढूंढ रहा है।लेकिन कृष्ण को ढूंढने की आवश्यकता नहीं है,क्योंकि वह गीता जी के रूप में आपके घर में बैठे है,विडंबना हैं कि हम उन्हे खोलते नहीं हैं।बच्चों को बचपन से आध्यात्म की सीख दी जानी चाहिए।मोबाइल से बच्चों को भगवान की कथाएं सुनाएं,क्योंकि इसमें कहानी,मनोरंजन, सीख और धर्म सब कुछ है।दुख-सुख जिंदगी में लगे रहते है।लेकिन दुख में सुखी रहने लग जाओ,तो समझ लेना की भक्त बन गए हो।
अंबेडकर ग्राउंड में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप एवं श्रीमती नीता काश्यप ने पोथी पूजन कर किया। इससे पूर्व काश्यप द्वारा शोभा यात्रा के रूप में पोथी मंच पर लाई गई। कथा के आरंभ में आयोजक परिवार से चेतन्य काश्यप,श्रीमती नीता काश्यप,सिद्धार्थ काश्यप,श्रवण काश्यप, आयोजन समिति सदस्य कन्हैयालाल मौर्य,गोविंद काकानी,मनोहर पोरवाल, निर्मल लुनिया,प्रेम उपाध्याय,प्रदीप उपाध्याय, मुन्नालाल शर्मा,संजय व्यास,विशेष आमंत्रित महापौर प्रहलाद पटेल, निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा सहित कालिका माता सेवा मंडल,श्री त्रिस्तुतिक जैनश्री संघ ट्रस्ट,श्री गीता मंदिर ट्रस्ट,चिंतामण गणेश मंदिर समिति पैलेस रोड, जांगिड़ ब्राह्मण समाज, जन चेतना परिषद् (मूक बधिर स्कूल) आदि संस्थाओं द्वारा सुश्री जया किशोरीजी का स्वागत किया गया।समापन संध्या में सांसद गुमान सिंह डामोर,विधायक दिलीप मकवाना, बजरंग पुरोहित आदि ने महाआरती की।संचालन विकास शैवाल ने किया।
धार्मिक आयोजन सनातन संस्कृति को ताकत देते है – चेतन्य काश्यप
फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने कथा के आरंभ स्वागत भाषण देते हुए कहा रतलाम के लिए आज सौभाग्य का दिन हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों को करना हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। इनसे संस्कारों का रोपण होता है।ऐसे आयोजनों से सनातन संस्कृति को ताकत मिलती है।हिंदू और सनातन संस्कृति समावेशी है,ये हर धर्म को साथ लेकर चलती हैं।जया किशोरीजी अप्रैल माह में जब ग्राम कनेरी आई थी,तब उनसे रतलाम में कथा का आग्रह किया था। उस समय उन्होने सहर्ष स्वीकृति देकर काश्यप परिवार को अनुग्रहित किया।काश्यप ने कहा कि जया किशोरीजी ने ऐसी शैली विकसित की है, जिससे आम आदमी सहज उनसे जुड़ जाता हैं।कथा से पूर्व भव्य कलश यात्रा में रतलाम की 10 से 12 हजार महिला शक्ति ने सहभागिता कर उनके परिवार को अनुग्रहित किया है।इसके लिए उन्होंने सबको धन्यवाद ज्ञापित किया।
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि विधायक श्री काश्यप सनातन धर्म की ज्ञान गंगा बहाने के साथ इसकी जड़ों को सदैव मजबूत करते आ रहे हैं।वे सर्व धर्म का कार्य करते है। पुराण में लिखा है कि जो भागवत कराता हैं,उसके परिवार के साथ जो लोग सुनने आते है,उनके परिवार का भी उद्धार होता है।पटेल ने वृहद आयोजन के लिए काश्यप परिवार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।