
Operation Muskan: झाबुआ पुलिस को बड़ी सफलता, एक माह में 38 गुमशुदा नाबालिग बालिकाओं को सकुशल घर पहुंचाया
▪️राजेश जयंत
JHABUA: गुमशुदा बच्चों की तलाश और बाल सुरक्षा को लेकर झाबुआ पुलिस द्वारा संचालित ऑपरेशन मुस्कान ने बड़ी सफलता दर्ज की है। नवंबर माह में चलाए गए इस अभियान में पुलिस ने 38 नाबालिग बालक–बालिकाओं को सकुशल दस्तयाब कर उनके परिजनों को सौंपा। व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रमों और सतत प्रयासों के कारण जिले में बच्चों की गुमशुदगी के मामलों में प्रभावी रोकथाम हुई है। वर्ष 2025 में अब तक कुल 214 बच्चों को पुलिस ने खोजकर सुरक्षित घर पहुंचाया है।

▪️ऑपरेशन मुस्कान- व्यापक जागरूकता
▫️नवंबर माह में झाबुआ पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत जिलेभर में 232 जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग 31513 लोगों, जिनमें महिलाएं, बच्चे और आमजन शामिल थे, को गुमशुदगी की रोकथाम, बच्चों की सुरक्षा और समय पर सूचना देने के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। पुलिस की यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में व्यापक प्रभाव छोड़ने में सफल रही।

▪️38 नाबालिगों की सुरक्षित घर वापसी
▫️अभियान के दौरान कुल 38 नाबालिग बालक–बालिकाओं को विभिन्न स्थानों से दस्तयाब कर उनके माता–पिता के सुपुर्द किया गया। इसमें कई ऐसे मामले शामिल रहे जो कई वर्षों से लंबित थे। सबसे उल्लेखनीय कार्रवाई में राणापुर पुलिस ने वर्ष 2017 से लापता बालिका को गुजरात के गोधरा से खोज निकाला और उसे सुरक्षित परिवार तक पहुंचाया।

▪️जिले के थानों की विशेष उपलब्धियां
▫️थाना “मेघनगर” ने ग्राम पिपलखुंटा की नाबालिग अपहता को अहमदाबाद और गांधीनगर क्षेत्र से बरामद किया। इसी प्रकार “पेटलावद पुलिस” ने ग्राम कालीघाटी की नाबालिग अपहता को सूरत, गुजरात से सकुशल दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा। इन उपलब्धियों को पुलिस प्रशासन ने सराहनीय बताया है।
😌ऑपरेशन मुस्कान के माध्यम से झाबुआ पुलिस ने न केवल गुमशुदा बच्चों को सुरक्षित ढंग से घर पहुंचाया, बल्कि जिले में बाल सुरक्षा को लेकर एक मजबूत और संवेदनशील माहौल भी बनाया है। निरंतर जागरूकता, सक्रिय पुलिसिंग और त्वरित कार्रवाई ने इस अभियान को बेहद प्रभावी बनाया है। आने वाले समय में पुलिस की इस पहल से बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होने की उम्मीद है।





