Opposition to BJP Candidate in Budhni : बुधनी में भाजपा का टिकट बदले जाने की सुगबुगाहट!
Sehore : बुधनी विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर उम्मीदवार की घोषणा के साथ ही भाजपा में सिर फुटव्वल के हालात बन गए। रमाकांत भार्गव को टिकट दिए जाने के बाद पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत ने अपनी नाराजी व्यक्त कर दी। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के भेरुंदा में कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की और अपने इरादे व्यक्त कर दिए।
इस दौरान उनके कार्यकर्ताओं ने बुधनी से उम्मीदवार बदलने की मांग उठाई। बिगड़ते हालात संभालने पहुंचे पूर्व मंत्री रामपाल सिंह के सामने भी राजेंद्र सिंह राजपूत के समर्थकों ने कहा कि टिकट बदलना जरुरी है। जबकि, राजेन्द्र राजपूत ने कहा कि वे निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिसके उनके और उनके पिता के नाम पर दाग लगे।
राजपूत ने यह जरूर कहा कि यदि पार्टी उम्मीदवार बदलती है, तो मैं विचार करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ रहा। मैं उस पिता का बेटा हूं जिन्होंने पार्टी के लिए अपनी जान दे दी। मैं इस उम्र में ऐसा कोई काम नहीं करूंगा, जिससे उनका नाम नाम कलंकित हो। कार्यकर्ताओं के कहने पर यह बैठक की गई थी, मैंने नहीं कार्यकर्ताओं ने बैठक बुलाई थी।
चुनाव प्रचार को लेकर शर्त रखी
भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने के बारे में राजेन्द्र सिंह राजपूत ने कहा कि मैं पहले कार्यकर्ताओं से बात करूंगा। मेरे किसी भी कार्यकर्ता को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। मेरे कार्यकर्ताओं की बात को सुना जाएगा, उसके बाद भी फैसला करूंगा। हालांकि उन्होंने पार्टी छोड़ने की बात से इंकार किया। पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने कहा कि हमने सभी से बात की। इस बात को मैं संगठन के सामने रखूंगा, उसके बाद क्या फैसला करना है यह संगठन का काम है।
भाजपा ने बुधनी सीट से विदिशा के पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को चुनाव मैदान में उतारा है। लोकसभा चुनाव के दौरान रमाकांत भार्गव का टिकट काटकर उनकी जगह शिवराज सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया था। राजेन्द्र सिंह राजपूत भी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और बुधनी विधानसभा सीट से विधायक रहे चुके हैं। 2005 में शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद राजेन्द्र सिंह ने बुधनी विधानसभा सीट को शिवराज के लिए खाली किया था। वे शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते हैं।