Opposition Unity & Congress : जयराम रमेश ने कहा ‘भारत जोड़ो यात्रा का मकसद विपक्षी एकता नहीं!’
New Delhi : जो विपक्षी दल कांग्रेस को अलग रखकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें कांग्रेस नेता जयराम रमेश के ताजा बयान से झटका लगा होगा। उन्होंने साफ कहा कि हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना है। कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंकनी है, भारत जोड़ों यात्रा भी इसीलिए निकाली गई।
उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस विपक्षी एकता के नाम पर सिर्फ 200 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। उनके इस बयान को लोकसभा चुनाव के संदर्भ में बड़ी बात कही जा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दलों को समझना चाहिए कि भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर एकमात्र विकल्प कांग्रेस है। यह नामुमकिन है कि विपक्षी एकता के नाम पर कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में सिर्फ 200 सीट पर लड़े।
जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता का मतलब ‘कुछ लेना और कुछ देना’ है और अब वो जमाना चला गया, जब कांग्रेस विपक्षी दलों को सिर्फ दिया करती थी। उनके इस बयान का इस मायने में महत्व है कि हाल के दिनों में विपक्ष के बड़े नेता आमंत्रण के बावजूद ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से दूर रहे। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत कुछ नेता तीसरे मोर्चे की पैरवी करते नजर आ रहे हैं।
विपक्षी एकता मकसद नहीं
एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में जयराम रमेश ने कहा कि यात्रा का मकसद कभी भी विपक्षी एकता नहीं था। हमने यह नहीं सोचा कि विपक्ष में एकजुटता लाने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालें। हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना है, कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंकनी है, इसके लिए यात्रा निकाली गई। कई राजनीतिक दलों को भी निमत्रंण दिया, कुछ आए, कुछ नहीं आए।
रमेश ने इस बात पर जोर दिया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जो परिवर्तन पार्टी में आया है, जो परिवर्तन राहुल जी की छवि में आया है, जो नई जान संगठन में आई है, उसका एक नतीजा विपक्षी एकता हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम रचनात्मक विपक्षी एकता चाहते हैं।
भारत जोड़ो यात्रा पर फोकस
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मैं फिलहाल सिर्फ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में सोच रहा हूं। मैं मानता हूं कि अगर कांग्रेस अपने आपको मजबूत नहीं कर सकती तो विपक्षी एकता एक ख्वाब रहेगा। विपक्षी एकता का यह मतलब नहीं है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ 200 सीट पर लोकसभा चुनाव लड़े, यह नामुमकिन है। विपक्ष की पार्टियों को भी समझना चाहिए कि भाजपा का एकमात्र राष्ट्रीय विकल्प कांग्रेस है।
यात्रा के असर को लेकर उन्होंने कहा कि हम जिन राज्यों से गुजरे हैं, जहां नहीं भी गुजरे हैं वहां भी एक नई उमंग और नया जोश देखने को मिल रहा है और यह महसूस भी हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को संजीवनी मिली है।
राहुल की छवि में बदलाव आया
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि इस यात्रा से राहुल गांधी की छवि में ‘क्रांतिकारी बदलाव’ आया। जिस तरह से उनकी छवि भाजपा के सोशल मीडिया के लोगों द्वारा बिगाड़ी गई थी, वो बात अब इतिहास हो गई। आलोचना किसी भी हो सकती है, लेकिन अब वो लोग व्यक्तिगत तौर पर राहुल जी के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं।