ओटीटी की उच्श्रृंखलता समाज का पारा बढ़ा रही!
सिनेमा और टीवी की दुनिया में आहिस्ता आहिस्ता दखल देकर अपने पैर जमा लेने वाले ओटीटी ने जितनी जल्दी अपना नाम किया, वह उतनी ही जल्दी बदनामी के बोझ से दबने भी लगा। अक्सर ओटीटी के बारे में अनुमान लगाया जाता रहा है कि यह एक अलग ही दुनिया है जिस पर न तो सिनेमा का साया है और न टेलीविजन वाला विजन है। इन दिनों ओटीटी की हालत उस छुट्टे सांड की तरह हो गई, जिस पर किसी तरह का अंकुश न होने से वह किसी भी खेत में घुसकर उसका कंटेंट रौंद रहा है।
जब ओटीटी शुरू हुआ था, तब इसकी अभिव्यक्ति का अंदाज अलग माना जाता था। लेकिन, एक ही अंदाज और एक ही श्रेणी के निर्माता-निर्देशकों द्वारा अतिक्रमित यह माध्यम अब उन लोगों को खटकने लगा है जिन्होंने पहले इसका खुली बांहों से स्वागत किया था। चीन से घुसपैठ कर आया कोविड जहां सारी दुनिया के लिए आफत बना हुआ था, वही कोविड ओटीटी के लिए राहत साबित हुआ। कोविड के चरम काल में जब फिल्मों और टीवी सीरियल्स की शूटिंग बंद थी, ओटीटी ने मनोरंजन परोसकर अपनी इम्यूनिटी इतनी मजबूत कर ली, कि अब उसे अपने विरोध का भी असर नहीं होता। वह धड़ल्ले से ऐसी संस्कृति को पोषित कर रहा है, जिसे संस्कृति कहना या मानना मुनासिब नहीं माना जा सकता।
हमारे यहां ओवर द टॉप स्ट्रीमिंग सर्विस यानी ओटीटी का लगातार विस्तार हो रहा है। पिछले पांच सालों में इसका कारोबार 30% की साझा दर से बढ़ा। साल 2016 में हुई जियो क्रांति ने हर घर तक इंटरनेट पहुंचाने का काम किया। इसके बाद ओटीटी के बाजार में भी तेजी देखी गई। साल 2021 में 7600 करोड़ रुपए से बढ़कर ये 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का हो गया। लेकिन, इस सकारात्मक विकास के साथ कुछ नकारात्मक चीजें भी तेजी से बढ़ी हैं। ओटीटी कंटेंट में अश्लीलता, फूहड़पन और गाली गलौच है। नए आईटी कानून के आने के बाद कंटेंट रेगुलेशन के चाहे जितने दावे किए जा रहे हों, लेकिन हकीकत यही है कि इरोटिक कंटेंट के नाम पर सीधे पोर्न परोसा जा रहा है।
शुरू में जब दर्शक ओटीटी कंटेंट को लेकर कोई शिकायत करता, तो उसे पिछडा और अनसिविलाइज्ड कहकर नकार दिया जाता था। लेकिन, अब ओटीटी पर परोसी जाने वाली सामग्री का फिल्म उद्योग में भी विरोध किया जाने लगा। पिछले दिनों जब बॉलीवुड में सुपर स्टार का दर्जा हासिल सलमान खान ने ओटीटी की विषय वस्तु पर अपनी आपत्ति दर्ज की तो उसे भारी समर्थन मिला। क्योंकि, सलमान खान वह शख्स हैं जिनकी बातों को सिने जगत में गंभीरता से सुना जाता है। सलमान खान बॉलीवुड इंडस्ट्री के उन कलाकारों में हैं, जो अपनी खास अदायगी के लिए भी लोकप्रिय हैं। उनकी लोकप्रियता इतनी ज्यादा है, जिसके चलते अक्सर उनका नाम चर्चा का विषय बनता है। हाल ही में सलमान खान ने एक अवॉर्ड्स शो के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने ओटीटी कंटेंट को लेकर खुलकर बातें की। उनका यह मानना है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए सेंसरशिप की काफी जरूरत है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सलमान खान से ओटीटी कंटेंट को लेकर सवाल पूछा गया था! इस पर उन्होंने बेबाक अंदाज में जवाब भी दिया। सलमान ने कहा कि मुझे लगता है कि ओटीटी पर सेंसरशिप बेहद जरूरी है। यहां दिखाए जाने वाले गाली गलौज, अश्लीलता और इंटीमेट सीन्स पर पाबंदी लगनी चाहिए। 15 से लेकर 16 साल तक के बच्चे भी कहीं न किसी समय इसे देखते ही हैं। अगर आपकी बेटी हो और वो ये सब देखे तो आपको कैसा लगेगा? मेरे हिसाब से इसके लिए सेंसरशिप का इंतजाम किया जाना चाहिए। साफ सुथरा कंटेंट रहेगा तो और भी कई गुना ज्यादा चलेगा और लोग इसे देखना पसंद करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आपने सब कर लिया। लव मेकिंग कर ली, किसिंग कर ली और सीन्स में एक्सपोज कर लिया और जब आप अपनी बिल्डिंग में एंटरटेन कर रहे हो, तो आपका वॉचमैन अपने मोबाइल पर आपका कंटेंट देख रहा है। मुझे नहीं लगता कि ये सुरक्षा कारणों से उचित है। बेशक यह राय सलमान खान की अपनी राय हो सकती है। लेकिन, इससे पहले दूसरे सितारे और कलाकार इस मामले पर अपनी ऐसी ही राय दे चुके हैं।
यह बात सही है कि सलमान खान खुद अपनी फिल्मों में अश्लीलता बिल्कुल पसंद नहीं करते। उनकी फिल्में साफ सुथरी होती हैं। माना कि कुछ फिल्मों में हिंसात्मक दृश्य होते हैं, लेकिन ज्यादातर फिल्मों को परिवार के साथ बैठकर देखा जा सकता है। कम ही लोगों को यह बात पता है, कि सलमान ने अपने अनुबंध में एक शर्त जोड़ रखी है कि वो फिल्मों में इंटिमेट सीन और किसिंग सीन नहीं करेंगे। ‘नो किसिंग सीन क्लॉज’ पर सहमति के बाद ही वो फिल्म साइन करते हैं। उनका मानना है कि उनकी मां सलमा उनकी फिल्में देखती हैं। यदि वे ऐसे सीन देखेंगी तो बहुत अजीब स्थिति हो जाएगी। उन्होंने अभी तक सिर्फ एक फिल्म में किसिंग सीन किया है, वो उनकी डेब्यू फिल्म ’मैंने प्यार किया’ है। इसमें भाग्यश्री के साथ किसिंग सीन फिल्माया जाना था, लेकिन दोनों इसके लिए तैयार नहीं थे। अंत में फिल्म निर्देशक सूरज बड़जात्या ने एक कांच का ग्लास दोनों के बीच लगाया उसके बाद किसिंग सीन शूट हो सका। इसके बाद से सलमान ने ऐसे दृश्यों से किनारा कर लिया।
सलमान खान के इस बयान से कुछ लोग अलग ही राय रखते हैं। उनका कहना है कि यह सब पब्लिसिटी स्टंट है। उनका मानना है कि इस महीने उनकी फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ प्रदर्शित हो रही है। इसीलिए बड़े पर्दे के भाईजान इस तरह का बयान देकर लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं, ताकि पारिवारिक और साफ सुथरी फिल्मों के पक्षधर उनकी फिल्म को हिट कर सके। यह भी कहा जा रहा कि भले ही फिल्मों में सलमान खान ने आपत्तिजनक सीन न रखे हों, लेकिन पर्दे को उन्होंने खून से कई बार नहलाया। जहां तक आपत्तिजनक संवाद और अंतरंग दृश्यों की बात है, तो सलमान खान इस मामले में दूध के धुले नहीं है। उनके टीवी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ में जिस तरह की बेहूदगी और फूहड़ता के दर्शन होते हैं, उस पर भी ओटीटी कंटेटस की परछाई साफ दिखाई देती है।
देखा जाए तो सलमान की बात में दम है। क्योंकि, कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के दौरान ओटीटी पर अश्लीलता, नग्नता और गाली-गलौच से भरे कंटेंट की अधिकता तेजी से बढ़ी थी। इस दौरान लोग घरों में खाली बैठे थे। टीवी सीरियल और फिल्मों में काम करने वाले कलाकारों के पास काम नहीं था। इस मौके का फायदा उठाकर राज कुंद्रा जैसे कुछ लोगों ने चारदीवारी के अंदर इरोटिक के नाम पर पोर्न कंटेंट बनाना शुरू कर दिया। इसी समय ऑल्ट बालाजी, एमएक्स प्लेयर और उल्लू ऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट की बाढ़ आ गई। स्थिति यहां तक पहुच गई कि हिंसा, सेक्स और गाली गलौच कंटेंट बिकने के पैरामीटर बन गए। हालांकि, लोगों ने इसका विरोध भी किया। साल 2020 में पोर्न कंटेंट फैलाने के कुल 12616 केस दर्ज किए गए थे। लेकिन, महज 3650 मामलों की ही जांच हुई और इसमें चार्जशीट फाइल हो सकी थी।