Padma Award : आज सुमित्रा महाजन, कपिल तिवारी, भूरी बाई और मरणोपरांत अब्दुल जब्बार सम्मानित होंगे

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Padma Award

New Delhi : राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में इस साल मध्यप्रदेश की चार हस्तियों को पद्म पुरस्कार दिए गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने सभी हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। पिछले साल कोरोना के कारण पद्म पुरस्कार सम्मान समारोह नहीं हो सका था, इसलिए इस वर्ष उन हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस वर्ष (2021) सुमित्रा महाजन को जनसेवा के क्षेत्र में पद्मभूषण, अब्दुल जब्बार को सामाजिक कार्य के लिए (मरणोपरांत) पद्मश्री के अलावा भूरीबाई (कला) और कपिल तिवारी (साहित्य और शिक्षा) को भी पद्मश्री दी गई।

पिछले साल (2020) घोषित ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Trade and Industry) के क्षेत्र में मध्यप्रदेश से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होने वाले डॉ नेमनाथ जैन को भी आज के समारोह में सम्मानित किया। इस बार दो वर्षों के पुरस्कार दिए गए। 2020 में घोषित 141 और 2021 के लिए घोषित 119 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। ये समारोह सोमवार के अलावा मंगलवार को भी होगा।

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जिन्हें मंगलवार को सम्मानित किया जाएगा उनमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और लगातार आठ बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन भी हैं, जिन्हें पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। वे देश की एक मात्र महिला सांसद हैं जिन्होंने लगातार 8 लोकसभा चुनाव जीते। सुमित्रा महाजन 16वीं लोकसभा की अध्यक्ष बनी थी। वे देश की दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष बनी। सुमित्रा महाजन के राजनीतिक सफर की शुरुआत 80 के दशक में हुई, वे पहली बार इंदौर नगर निगम के लिए पार्षद चुनी गई!

पद्म पुरस्कारों की इस सूची में भोपाल गैस पीड़ितों के लिए संघर्ष करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार भी है, जिन्हें मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई। भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के लिए जीवन खपा देने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार का लंबी बीमारी के बाद 14 नवंबर 2019 को निधन हो गया था।

आदिवासी रूपंकर कला के लिए झाबुआ के पिटोल की भूरी बाई को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। भूरी बाई एक भीली कलाकार हैं। झाबुआ जिले के पिटोल गाँव में जन्मी भूरी बाई ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शिखर सम्मान समेत कलाकारों को दिए गए सर्वोच्च राजकीय सम्मान सहित कई पुरस्कार जीते हैं। उन्हें 2021 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।

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साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य के लिए कपिल तिवारी को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया था। मंगलवार को कपिल तिवारी को ये सम्मान जाएगा। वे मध्य प्रदेश आदिवासी लोक कला अकादमी के पूर्व निदेशक हैं और वर्तमान में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के सदस्य और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सलाहकार सदस्य हैं।

पिछले साल (2020) घोषित पद्मश्री से इस साल इंदौर के उद्योगपति तथा प्रेस्टीज औद्योगिक एवं शिक्षण समूह के संस्थापक डॉ नेमनाथ जैन को सोमवार को ट्रेड एवं इंडस्ट्री (Trade and Industry) में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया। अपनी 9 दशक की यात्रा में कृषि, सोयाबीन, शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अनेकों राष्‍ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इन पुरस्कारों में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 1983, उद्योग मित्र पुरस्कार, उद्योग विभूषण पुरस्कार शामिल हैं।

सोमवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने जिन्हें पद्म पुरस्कार दिए उनमें रतलाम की डॉ लीला जोशी भी हैं। उन्हें 2020 में ही पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी। डॉ लीला जोशी को यह सम्मान आदिवासी क्षेत्रों में उनके काम के लिए दिया गया। वे रतलाम में रहती हैं और करीब 24 सालों से आदिवासी महिलाओं को रक्तअल्पता (Anemia) के प्रति जागरूक बना रही हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ जोशी ने साल 1962 में कोटा में असिस्टेंट सर्जन के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।