Panchayat And Local Bodies Elections: पुलिसकर्मियों के अवकाश पर एक माह का प्रतिबंध
भोपाल: निकाय और पंचायत चुनाव में पुलिस बल को मुस्तैद रखने के लिए अफसरों से लेकर पुलिस जवानों तक को एक महीने अब अवकाश नहीं मिल सकेगा। इस संबंध में डीजीपी सुधीर सक्सेना ने जिलों से लेकर पुलिस मुख्यालय तक के अफसरों को निर्देश दिए हैं।
पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव एक साथ होने के चलते यह व्यवस्था लागू की गई है। जुलाई की 18 तारीख तक पुलिस अफसर अब अवकाश पर नहीं जा सकेंगे। वहीं उनकी छुट्टीयां भी निरस्त कर दी गई है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने 6 जुलाई और 8 जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर जो रूपरेखा तैयार की है। उसमें इतने अधिक बल को चंद घंटों में मूवमेंट कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजना है, ऐसे में यदि कोई अवकाश पर चला गया तो पुलिस की व्यवस्था में कमी आ सकती है।
इस संबंध में हाल ही में सभी पुलिस अधीक्षकों सहित सभी बटालियनों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके यहां के अफसर से लेकर जवानों तक को 18 जुलाई तक अवकाश नहीं दिया जाएगा। अति आवश्यक कार्य होने पर ही अवकाश दिया जा सकेगा। दरअसल इस महीने की 25 जून को पहला मतदान होना हैं। पंचायत के इस मतदान में प्रदेश पुलिस को करीब 70 फीसदी फोर्स लगाया जाएगा। इसमें सभी जिलों के 115 विकासखंडों में चुनाव होना हैं। पंचायत चुनाव के पहले चरण में सबसे ज्यादा विकासखंड में मतदान होना है। जबकि दूसरा मतदान 1 जुलाई को होना हैं इसमें 106 विकास खंड शामिल रहेंगे। जबकि तीसरे चरण का मतदान 8 जुलाई को होना हैं। पंचायत चुनाव के मतों की गणना भी मतदान के आसपास ही होना हैं। वहीं नगरीय निकाय का पहले चरण का मतदान 6 जुलाई को होना हैं, जबकि दूसरे चरण का मतदान 13 जुलाई को होना हैं। ऐसे में बल का मूवमेंट बहुत तेजी से पुलिस को करना होगा। बल का मूवमेंट पुलिस मुख्यालय के स्तर से होना हैं, इसलिए पुलिस मुख्यालय के अफसरों के भी अवकाश पर रोक लगा दी गई है।