भोपाल: पंचायत चुनाव की वोटिंग के पहले मतदाताओं को साड़ी और नकद रुपये बांटने के मामले सामने आए हैं। दो मामलों में जांच के बाद केस दर्ज कर लिया गया है।
शिवपुरी जिले के करैरा में पंचायत चुनाव में समर्थकों द्वारा अपने प्रत्याशी को वोट डालने के लिए कई तरह के प्रलोभन दे रहे हैं। कई जगह पर यह दांव प्रत्याशियों पर उल्टा भी पड़ रहा है। सड़ गांव में एक सरपंच प्रत्याशी के समर्थकों ने ग्रामीणों को 100-100 रुपये के नोट और महिलाओं को साड़ियां बांटी। यह बात मतदाताओं को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने इसका विरोध किया। ग्रामीणों ने गांव के चबूतरे पर रुपये और साड़ियां रख दी।
इसके बाद थाने में भी इस मामले की शिकायत कर दी जिस पर तीन लोगों पर मामला भी दर्ज कर लिया गया है। करैरा थाने में फरियादी बलवीर सिंह रावत निवासी सड़ ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मंगलवार रात को जब वह अपने घर पर थे। तब करीब बजे कार से बंटा रावत, रंजीत रावत, अतरसिंह रावत आए और उन्होंने गाड़ी में से साडिय़ां निकालकर आदिवासी बस्तियों में बांटना शुरू कर दीं।
सिंगरौली में भी केस दर्ज
इसी तरह सिंगरौली जिले के देवगवां गांव में पैसे बांटने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में एक सरपंच प्रत्याशी एक वोट के लिए दो हजार रुपए बांट रहा था। किसी प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिए लालच दे रहा था। उपखंड अधिकारी अधिकारी देवसर आकाश सिंह ने वीडियो को तत्काल संज्ञान में लेते हुए वीडियो की सत्यता की जांच के लिए तहसीलदार देवसर दिलीप सिंह एवं थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी को निर्देशित किया।
जांच होने पर पता चला कि वीडियो में आरोपी चानक राम उर्फ कलेक्टर जायसवाल ग्राम हर्रा बिर्ती का निवासी है जिसकी पत्नी आशा देवी जायसवाल ग्राम पंचायत देवगवां से सरपंच पद की प्रत्याशी है। जांच में कथन एवं अन्य साक्ष्य के आधार पर यह पाया गया कि आरोपी चानक राम अपनी पत्नी के पक्ष में वोट देने के लिए ग्राम देवगवां में शाम 6.30 बजे एक वोट के बदले दो हजार रुपए बाट रहा था और आम जनता को प्रलोभन दे रहा था। आरोपी चानक राम के विरुद्ध थाना जियावन में आचार संहिता के उल्लंघन पर थाना जियावन में आईपीसी की धारा 171 बी, 171 ई एवं 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।