अपने ही बुने हुए जाल में फंसे पंचायत सचिव, गये जेल

पंचायत भवन में पहले खुद जलाये सरकारी दस्तावेज और पहुंच गए थे FIR करने थाने..

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छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: जिले में पंचायत सचिव के जेल जाने का मामला सामने आया है। जहां वह अपने ही बुने जाल में बुरी तरह फंस गया और पुलिस जांच में दोषी पाए गए और अब गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 7/12/21 को ग्राम पंचायत सचिव जोरन महेंद्र तिवारी द्वारा थाना अलीपुरा में एक लिखित आवेदन इस आशय का दिया कि दिनांक कि 6/12/21 को रात्रि में किसी अज्ञात व्यक्ति पंचायत भवन का ताला तोड़कर अंदर घुसकर पंचायत के सभी सरकारी दस्तावेज फाईल जला कर नष्ट कर दिए गए हैं और पंचायत भवन में लगे कूलर पंखे आदि चोरी कर ले गए हैं।

सचिव ने इसी प्रकार का पत्र CEO जनपद को दिया जहां CEO जनपद के पत्र पर थाना अलीपुरा में अपराध क्रमांक 192/21 धारा 436 IPC एवं धारा 4 सरकारी सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के आदेश पर थाना प्रभारी अलीपुरा DD शाक्य को सूक्ष्मता से जांच करने के आदेश दिए जहां अलीपुरा उप निरीक्षक सहित FSL टीम, फ़िंगर प्रिंट टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किये गए और गवाहों से गहन पूछताछ की गई जिसमें पंचायत सचिव महेंद्र कुमार तिवारी के ऊपर संदेह हुआ जिसे पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ करने पर सचिव ने पूरा राज उगल दिया। जहां आरोपी और षड्यंत्रकारी पंचायत सचिव महेंद्र तिवारी द्वरा रचा गया सब उजागर हो गया।

ज्ञात हो कि सचिव द्वारा पंचायत में लंबे समय से दस्तावेजो में हेराफेरी, फर्जी बिल बाउचर, झूटी निर्माण कार्य फाइलें और भी गलत कार्य किये जा रहे थे जिसकी शिकायतें की जा रहीं थीं जिससे सरकारी रिकॉर्ड को नष्ट करने के उद्देश्य से दस्तावेजो को स्वयं जलाकर नष्ट कर दिया और अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR कराने के उद्देश्य से पूरी कहानी रची गई।

जांच में पता चला कि आरोपी सचिव ने पहले पंचायत भवन के ताले खुद चाबी से खोले और चोरी का रूप देने के लिए उनको पत्थरों से कुचला एक केन में पैट्रोल पंप से डीजल लिया और पंचायत के दस्तावेजों में माचिस से आग आग लगा दी।

मामले में अलीपुरा पुलिस द्वारा आरोपी सचिव से डीजल की केन, कुचले हुए ताले माचिस की डिब्बी आदि बरामद किए गए हैं और उसे गिरफ्तार कर न्यायालय नौगांव में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी अलीपुरा उप निरीक्षक डीडी शाक्य, आरक्षक आशीष पटेल, आरक्षक राजकुमार, आरक्षक राम जाट की महत्वपूर्ण भूमिका रही।