Panic Due to Cancellation of CM’s Visit : देर रात 2.28 बजे CM का मैसेज, इसके बाद मची अफरा-तफरी
Jaipur : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार देर रात 2.28 बजे एक मैसेज डाला। इस ‘मैसेज’ की चर्चा राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा में बनी है। मुख्यमंत्री का दो दिन का कोटा दौरा आज शुरू होने वाला था। लेकिन, ये एक दिवसीय दौरे में बदल गया। पूर्व घोषित कार्यक्रम में अचानक बदलाव गहलोत की तरफ से ही देर रात जारी संदेश के बाद किया गया।
सोशल मीडिया पर चले संदेश में मुख्यमंत्री ने अपरिहार्य कारणों से कोटा जाने में असमर्थता जताई। हालांकि दो दिन के दौरे के दूसरे दिन का कार्यक्रम यथावत रहा। मुख्यमंत्री को कोटा में करोड़ों रुपए की लागत से तैयार चंबल रिवर फ्रंट का आज लोकार्पण करना था। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इस परियोजना के भव्य शुभारंभ को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं और पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड पर था।
मंगलवार ने एक संदेश जारी कर कोटा दौरे में बदलाव का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा ’12-13 सितंबर को कोटा के लोकार्पण मेरे द्वारा प्रस्तावित थे, जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था। परन्तु अपरिहार्य कारणों से मैं 12 सितंबर के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाउंगा। 13 सितंबर के कार्यक्रम यथावत रहेंगे। सभी हाड़ौती वासियों को बधाई।’
शांति धारीवाल की तारीफ
अशोक गहलोत ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का ज़िक्र करते हुए उनकी तारीफ की। मुख्यमंत्री ने कहा ‘हमारे वरिष्ठ साथी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा रिवर फ्रंट के रूप में हाड़ौती को एक ऐतिहासिक सौगात दी है। हाड़ौती क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ा रहा है, परन्तु यह रिवर फ्रंट यहां पर्यटन बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा और कोटा के विकास की नई इबारत लिखेगा। पिछले कार्यकाल में धारीवाल जी ने कोटा को सेवन वंडर्स की सौगात दी थी जिस पर अब फिल्मों की शूटिंग तक होती है।’
‘अपरिहार्य कारण’ बना सस्पेंस
कोटा दौरे में अचानक हुआ बदलाव राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी चर्चा का विषय बना रहा। मुख्यमंत्री ने जिस ‘अपरिहार्य’ कारणों से आज कोटा नहीं जाने का अचानक फैसला लिया, इस बारे में चर्चा रही। ऐसे में कोटा दौरा रद्द होने के वास्तविक कारणों पर लोगों के बीच सस्पेंस बरकरार रहा। रिवर फ्रंट के लोकार्पण से ठीक एक दिन पहले भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कोटा में एक प्रेस कांफ्रेंस की और कई आरोप लगाए। गुंजल का आरोप है कि जिस चंबल नदी पर रिवर फ्रंट बनाया गया है, वो राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकिन नदी है, जो कि घडियाल अभ्यारण के दायरे में आती है।
तथ्यों के खुलासे से मचा हड़कंप
पूर्व विधायक की प्रेस कांफ्रेंस में तथ्यों के साथ लगाए आरोपों के बाद कोटा से लेकर दिल्ली तक में खलबली मच गई। यूडीएच से लेकर सीएमओ में देर रात तक फाईलें टटोली गईं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और पर्यावरण विभाग के अफसरों से देर रात तक जवाब-तलब किया, जिसके बाद रिवर फ्रंट का लोकार्पण नहीं करने का फैसला हुआ। इस बारे में आधिकारिक तौर पर सीएम, मंत्री या किसी अन्य अफसर की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।