आदर्श जिला बनने की क्षमता है पन्ना में…

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आदर्श जिला बनने की क्षमता है पन्ना में…

मध्यप्रदेश का पन्ना जिला वैसे तो विश्व के मानचित्र पर अपनी विशेष पहचान रखता है। यूं कहा जा सकता है कि दुनिया के लिए “हीरा” है पन्ना। हां यहां का हीरा विश्वविख्यात है और पन्ना भी इसके लिए विश्व में ख्यात है। पन्ना मंदिरों का भी शहर है। जुगल किशोर का मंदिर अगर दुनिया में कहीं है, तो पन्ना में ही है। कहा जाता है कि पन्ना के जुगल किशोर जी स्वयंभू हैं। तो पन्ना से प्रणामी संप्रदाय का गहरा नाता है। पन्ना जहां प्राणनाथ महाराजा छत्रसाल से मिले, उन्हें आशीर्वाद दिया तथा एक तलवार भेंट की जो जलपुकार कहलाती है। इस तलवार के साथ छत्रसाल ने महू में मुगल सेना को पराजित किया। प्राणनाथ ने भी पन्ना की भूमि को हीरे की उपज का आशीर्वाद दिया, जिसने छत्रसाल को औरंगजेब से लड़ने के लिए धन प्रदान किया। विंध्याचल पर्वत श्रृंखला पर एक नया पन्ना बसाने के लिए बधाई दी, प्राणनाथ ने भी इसी भूमि को चुना और वहाँ एक ध्वज ‘श्री जी का झंडा’ फहराया। ध्वज आज भी देखा जा सकता है। प्राणनाथ ने 11 साल तक पन्ना में निवास किया तथा परमधाम के लिए अपनी काया यहां छोड़ दी। यह स्थल मुक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है तथा वहां स्थापित मंदिर पद्मावतीपुरी धाम कहलाता है। तो बुंदेलखंड के महाराजा छत्रसाल (1649-1731), महामति प्राणनाथजी के प्रबल शिष्य और प्रणामी धर्म के अनुयायी थे।
तो पन्ना महाराज छत्रसाल के लिए भी दुनिया भर में जाना जाता है। महाराजा छत्रसाल (4 मई 1649 – 20 दिसम्बर 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान प्रतापी योद्धा थे, जिन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित करके बुन्देलखण्ड में अपना स्वतंत्र हिंदू राज्य स्थापित किया और ‘महाराजा’ की पदवी प्राप्त की। छत्रसाल बुन्देला ने ‘कालिंजर का क़िला’ भी जीता और मान्धाता को क़िलेदार घोषित किया। 1678 में उन्होंने पन्ना में राजधानी स्थापित की। विक्रम संवत 1744 में योगीराज प्राणनाथ के निर्देशन में छत्रसाल का राज्याभिषेक किया गया था।
पन्ना प्राकृतिक और जैविक संपदा की प्रचुरता से समृद्ध है। पन्ना में पहाड़ों की सुंदरता है तो घना और सुंदर जंगल भी है। पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा पर्यटकों का मन मोह लेता है। बाघों के खत्म होने से बाघों के पुनर्वास का आदर्श उदाहरण बन गया है पन्ना टाइगर रिजर्व पूरी दुनिया में। फिलहाल यहां 80 से ज्यादा बाघ हैं। पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियां यहां देखी जा सकती हैं। दूधराज मध्य प्रदेश का राजपक्षी है। इसकी रक्षा के लिए उस राज्य में कई संरक्षित क्षेत्र बने हुए हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व में भी दूधराज के धवलता पर्यटकों का मन मोह लेती है। जैव और वन प्रचुरता के चलते पन्ना मध्यप्रदेश के तीन और देश के तेरह बायोस्फियर रिजर्व में शुमार है।
‌पन्ना में ऐसी सैकड़ों खूबियां है, जिसके चलते पन्ना की समृद्धि निखर कर सामने आती है। कृषि यहां रोजगार और आय का मुख्य जरिया है। तो हीरा और पत्थर खदान रोजगार के महत्वपूर्ण साधन थे, पर अब नहीं बचे। इसके चलते स्थानीय मजदूर पलायन को मजबूर हैं। पन्ना की चर्चा फिलहाल इसलिए क्योंकि 22 मई 2023 ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को महाराज छत्रसाल की जयंती पर पन्ना गौरव दिवस का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पन्ना-खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा और पन्ना विधायक और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की उपस्थिति खास रही। वीडी शर्मा के मुताबिक पन्ना गौरव दिवस विकास पर्व बन गया।प्रदेश सरकार ने जिले को करोड़ों की सौगातें दीं हैं। करोड़ों रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा लोकार्पण किया। 178 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 14 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। इनमें 5 करोड़ 45 लाख 93 हजार रूपए के 6 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया, वहीं 173 करोड़ से अधिक के 8 विकास कार्यों के लिए भूमिपूजन किया गया। अतिथि नेताओं ने ग्राम सड़क योजना में अजयगढ़-कुंवरपुर-राजापुर मार्ग, करहिया से डुबकी मार्ग और कल्याणपुर से सरकोहा मार्ग सहित नगर पालिका परिषद पन्ना के वार्ड क्रमांक 3, 11 एवं 18 के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इसके बाद छत्रसाल स्टेडियम पन्ना में ग्राम बहिरवारा-रतनपुर सड़क, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अजयगढ़ में पब्लिक हेल्थ यूनिट, महेन्द्र भवन पैलेस पन्ना का हेरिटेज होटल के रूप में उन्नयन कार्य, अमृत 2.0 के तहत जलप्रदाय योजना एवं वॉटर बाडी रिजूविनेशन के विकास कार्य, सकरिया स्थित हवाई पट्टी के पुनर्निर्माण एवं उड़ान ट्रेनिंग अकादमी के कार्य तथा श्री जुगल किशोर इंडोर स्टेडियम के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन भी किया। लक्ष्मीपुर में कृषि महाविद्यालय का भूमिपूजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने महाविद्यालय भवन के साथ छात्रावास बनाए जाने की बात कही। बंगाली समाज के लोगों को पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाने की घोषणा की। साथ ही अमहाई में आदिवासी बस्ती में रहने के लिए जमीन देने एवं लक्ष्मीपुर में मंगल भवन बनाने की बात कही। पन्ना के नागरिकों को एक और बड़ी सौगात पन्ना रेलवे स्टेशन के शिलान्यास के रूप में मिली।
निश्चित तौर पर पन्ना को बहुत कुछ मिला, लेकिन यदि साफ तौर पर देखा जाए तो शायद बहुत कुछ मिलना बाकी भी है। पन्ना जिला समृद्धता से भरपूर है। इसमें आदर्श जिला बनने की भरपूर संभावनाएं हैं। खास तौर से स्थानीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के समय पन्ना आगे बढ़ रहा है और बस थोड़ा सा ध्यान दिया तो पन्ना आदर्श जिला बनकर गौरव से भरने का अवसर अवश्य देगा।