

Passion to Become an Agniveer : युवाओं में देश सेवा का जुनून, ‘अग्निवीर’ के लिए आवेदन करने वालों का आंकड़ा 33% बढ़ा!
Bhopal : सरकार ने तीन साल पहले 14 जून 2022 को युवाओं को सेना से जोड़ने और सशस्त्र सेनाओं के आधुनिकीकरण के लिए ‘अग्निपथ स्कीम’ की घोषणा की थी। विपक्षी पार्टियों ने इस पर कई सवाल खड़े किए थे। लेकिन, आज भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर बनकर देश की सेवा करने वाले युवाओं का जुनून लगातार बढ़ रहा है।
इस बार अग्निवीर बनने के लिए 33% अभ्यर्थी बढ़े हैं। सेना भर्ती से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह आंकड़े बेशक ग्वालियर चंबल अंचल के 10 जिलों के हैं। लेकिन, कमोवेश देश के अन्य भर्ती कार्यालयों की भी यही स्थिति है। इस बार लिखित परीक्षा में पिछली भर्ती के मुकाबले अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जून माह में आयोजित कराई जाएगी। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए सिलेबस वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं।
अग्निवीर बनने का जुनून उस ग्वालियर-चंबल अंचल में अभूतपूर्व है, जहां ‘अग्निपथ योजना’ लागू होने के बाद सबसे बड़ा विरोध देखने को मिला था। इस बार लिखित परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है। 2023 में लिखित परीक्षा में 21 हजार 646 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जबकि यह संख्या इस बार 32 हजार 708 तक पहुंच गई। तीन साल में सबसे ज्यादा आवेदन इस बार हुए हैं। लगातार अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
सबसे ज्यादा अभ्यर्थी तीन जिलों से
मध्य प्रदेश के 10 जिलों ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, छतरपुर, निवाड़ी, सागर, श्योपुर, शिवपुरी, टीकमगढ़ के अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा जून माह में प्रस्तावित है। अब सेना के अधिकारी लिखित परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। आंकड़ों की बात करें तो 10 जिलों में पहले स्थान पर मुरैना, दूसरे स्थान पर भिंड और तीसरे स्थान पर ग्वालियर है। सबसे ज्यादा अभ्यर्थी इन्हीं तीन जिलों से हैं। भिंड के 7329, निवाड़ी के 1086, छत्तरपुर के 1202, सागर के 2399, दतिया के 1225, श्योपुर के 364, ग्वालियर के 3783, शिवपुरी के 3152, मुरैना के 10385 और टीकमगढ़ के 178 अभ्यार्थी हैं।
तीन साल में इस बार सबसे ज्यादा आवेदन
सेना भर्ती निदेशक कर्नल पंकज कुमार का कहना है कि अग्निवीर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जून माह में होगी। इस बार अभ्यर्थियों की संख्या 33% तक बढ़ गई है। तीन साल में इस साल सबसे ज्यादा आवेदन किए गए है। लगातार अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ रही है और चयन प्रतिशत भी बढ़ रहा है।