पटवारी Suspend और दो पटवारियों की 5–5 वेतन वृद्धियाँ रूकीं, सुशासन में बन रहे थे बाधा

कलेक्टर ने शिविर में ही जारी कराए आदेश

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ग्वालियर: लोगों की जायज समस्याओं का निराकरण न कर सुशासन में बाधा बन रहे तीन पटवारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। चीनौर तहसील के ग्राम बनवार में आयोजित हुए जिला स्तरीय सुशासन शिविर में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शिविर में ही ग्राम बनवार के पटवारी हीरा सिंह कुर्रे के निलंबन और ग्राम अमरौल के पटवारी अतुल सिंह व हिम्मतगढ़ के पटवारी शशिकांत शर्मा की पाँच – पाँच वार्षिक वेतन वृद्धियाँ रोकने के आदेश जारी कराए। साथ ही निलंबित पटवारी के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए। सुशासन शिविर में बनवार सहित आस-पास के गाँवों के लगभग 700 ग्रामीणों ने भाग लिया। शिविर में प्राप्त 214 आवेदनों में से 80 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया।

राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत बनवार में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की मौजूदगी में आयोजित हुए इस सुशासन शिविर में कई ऐसी जन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया गया, जिनके लिये लोग लंबे अर्से से परेशान थे। शिविर में मौके पर ही पाँच नामांकरण आदेश जारी किए गए। इसी तरह चार पात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची में जोड़े गए तो पाँच जरूरतमंदों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन मंजूर की गई। तीन हितग्राहियों की खाद्यान्न पर्ची बनाई गई तो भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के तहत 13 हितग्राहियों के कार्ड बनाए गए। कर्मकार कल्याण मण्डल के कार्ड बनने से ये हितग्राही अब शासन की कई योजनाओं का लाभ पाने के हकदार बन गए हैं। शिविर में इसके अलावा आयुष्मान कार्ड व लाडली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र सहित अन्य सेवायें भी ग्रामीण जनों को मौके पर ही मुहैया कराई गईं।

सुशासन शिविर में ग्राम बनवार के निवासियों ने पटवारी द्वारा राजस्व से संबंधित कामों के निराकरण के लिए पैसे मांगने की शिकायत की। इसी तरह ग्राम अमरौल व हिम्मतगढ़ से आए किसानों का कहना था कि हमारे यहाँ के पटवारी द्वारा फौती नामांतरण नहीं किए जा रहे हैं और न ही बी-1 का वाचन किया जाता है। कलेक्टर श्री सिंह ने मौके पर ही इन शिकायतों की जाँच कराई और शिकायत के तथ्य सही पाए जाने पर तीनों पटवारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भितरवार के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी से जारी कराए।

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कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष तिवारी व अपर कलेक्टर श्री एच बी शर्मा व अनुविभागीय दण्डाधिकारी भितरवार श्री अश्विनी रावत सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने दिनभर शिविर में मौजूद रहकर एक-एक कर जन समस्यायें सुनीं और मौके पर ही आवेदनों का निराकरण कराया। जिला पंचायत प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष श्री शांतिशरण गौतम भी शिविर में विशेष रूप से पहुँचे थे। शिविर में 80 समस्याओं का मौके पर ही निराकरण हुआ। शेष 134 आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय कर कलेक्टर श्री सिंह ने एक हफ्ते में सभी आवेदन निराकृत करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने शिविर में मौजूद आवेदकों को आश्वस्त किया कि विशेष शिविर लगाकर आप सबको शेष आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी जायेगी।

सड़कें खोदकर डालने वाले ठेकेदार के खिलाफ कराई एफआईआर

बनवार में आयोजित हुए जिला स्तरीय सुशासन शिविर में बनवार व हिम्मतगढ़ के लोगों द्वारा शिकायत की गई कि पाइप लाइन डालने के नाम पर पूरे गाँव की सड़कें खोदकर डाल दी गई हैं, जिससे हम सबको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शिविर में मौजूद कार्यपालन यंत्री पीएचई को संबंधित ठेकेदार व उपयंत्री के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। साथ ही स्पष्ट रूप से ताकीद किया कि जल्द से जल्द जल-जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन डालकर खोदी गईं सड़कों को दुरूस्त कर मूल रूप में लाएँ। अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जल जीवन मिशन के प्रावधानों के तहत उतनी ही सड़क की खुदाई की जाए, जितनी लाइन समय सीमा में डाली जा सकती है। अनावश्यक सड़क खोदने की प्रवृत्ति कदापि बर्दाश्त नहीं होगी।

शिविर में मदद पाकर गदगद हुए ग्रामीणजन

सुशासन शिविर में जब संबल योजना के तहत दो लाख रूपए की अनुग्रह सहायता राशि का स्वीकृति पत्र मिला तो गोपाल सिंह की आँखें नम हो गईं। ग्राम कैंथी निवासी श्री गोपाल सिंह परिहार की धर्मपत्नी सीता देवी का कुछ महीनों पहले निधन हो गया था। इसी तरह बनवार निवासी श्री प्रीतम माहौर व श्री बाले सहित अन्य जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के स्वीकृति पत्र पाकर गदगद हो गए। शिविर में बिना किसी मशक्कत के सेवाएँ मिलने पर भोले भाले ग्रामीणजन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश सरकार को दुआएं देते हुए अपने घर लौटे।