पटवारियों का हड़ताल पर जाना समझ से परे

कलेक्टर की संवेदनशीलता के साथ खिलवाड़

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Guest Teachers

पटवारियों का हड़ताल पर जाना समझ से परे

Ratlam। जिले के पटवारियों का हड़ताल पर जाना आमजन की समझ से परे की चीज हो रही है, पटवारियों के निलंबन की खबर पढ़कर पटवारी हड़ताल पर चले गए जबकि कलेक्टर सूर्यवंशी या एसडीएम ने अभी तक उन दोनों में से किसी भी पटवारी को ना तो शोकॉज नोटिस जारी किया है ना ही निलंबन आदेश जारी किया है।

ऐसी स्थिति में जबकि कलेक्टर एक सक्षम प्राधिकारी हैं और अनुशासनहीनता, अनियमितता या लापरवाही पर कलेक्टर को एक्शन लेने का अधिकार है, फिर भी कलेक्टर सूर्यवंशी द्वारा अत्यंत संवेदनशीलता रखते हुए अभी तक किसी भी पटवारी को ना तो नोटिस जारी किया गया, ना ही निलंबन आदेश, इसके बावजूद पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं, जो समझ से बाहर है और जनहित के खिलाफ है।

उम्मीद है कि जन भावनाओं को समझ कर और शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कोई ढिलाई नहीं हो शासन प्रशासन के उद्देश्य को समझकर पटवारी शीघ्र अपनी हड़ताल समाप्त करें तो बेहतर होगा अन्यथा जनमानस पटवारियों के विरुद्ध जाएगा और यह संवेदनशील रतलाम कलेक्टर की संवेदनशीलता के साथ भी खिलवाड़ होगा।

क्या था मामला

कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने कार्य में लापरवाही बरतने पर 2 पटवारियों को निलंबित कर दिया था। पटवारी संघ के पदाधिकारी आज पटवारी के निलंबन और अन्य मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट सूर्यवंशी को ज्ञापन देने पंहुचे थे। लेकिन रतलाम कलेक्टर ने ज्ञापन की मांगों को सही नहीं बताते हुए पटवारी संघ के पदाधिकारियों को वापस लौटा दिया था। जबकि कलेक्टर सूर्यवंशी ने पटवारियों के निलंबन का आदेश जारी नहीं किया था। जिसके बाद पटवारी संघ के पदाधिकारी कलेक्टर से नारेबाजी करते हुए निकल गए थे। वहीं गुलाब चक्कर उद्यान में पटवारियों ने धरना देकर विरोध प्रदर्शन भी किया। पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि कलेक्टर महोदय द्वारा बड़ी बेरुखी से बात की गई, जिसकी शिकायत पटवारी संघ कमिश्नर और राज्यपाल से करेगा।