बुंदेलखंड का गेहूं खायेंगे पूर्वोत्तर भारत के लोग

50 मालगाड़ी गेहूं जिले से जायेगा बाहर

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बुंदेलखंड का गेहूं खायेंगे पूर्वोत्तर भारत के लोग

छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: जिले में सरकारी गोदामों में रखा पिछले वर्ष का समर्थन मूल्य पर खरीदा गए गेँहू को देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भेजा जा रहा हैं। झारखंड,पश्चिम बंगाल, असम, अन्य पूर्वोत्तर के राज्यो में पीडीएस में वितरण की पूर्ति के लिये भेजा जा रहा हैं।

भारतीय खाद्य निगम की निगरानी में हरपालपुर स्टेशन से ट्रेन से परिवहन कर जिले से 200605 टन के लगभग गेँहू सप्लाय की जानी हैं।

इस बार जिले में गेँहू कम पैदावार के चलते समर्थन मूल्य पर गेँहू की खरीदी लक्ष्य से कम हुई। गेँहू खरीदी केंद्रों पर न आकर सीधा कृषि उपज मंडियों में व्यापारियों के माध्यम से विदेश निर्यात किया गया।

दरअसल हरपालपुर रेल्वे स्टेशन के रैंक पॉइंट से सरकारी गोदामो से गेँहू का उठाव कर रैंक पॉइंट पर हम्मालों के माध्यम से मालगाड़ी में लोड किया जा रहा हैं। गोदामो से गेँहू परिवहन के लिये परिवहन ठेकेदार द्वारा 20 से 30 ट्रक पहुँच रहे हैं। सुबह से देर रात तक मालगाड़ी लोड करने का काम किया जा रहा हैं। इससे से 500 से 700 हम्मालोंं को रोजगार मिल रहा हैं।

स्टेशन के रैंक पॉइंट पर मालगाड़ी लगते ही गेँहू लोडिंग का काम शुरू हो गया। ये पहली रैंक लोड हो रही हैं। हरपालपुर रेल्वे स्टेशन के रैंक पॉइंट से लगभग 50 मालगाड़ी यहाँ से गेँहू लेकर जायेगी। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने बतलाया कि ये गेँहू भारत सरकार की डिमांड पर जिले के गोदामो से भारतीय खाद्य निगम की देखरेख में भेजा जाता हैं।

 

यह गेँहू वहाँ के रहवासियों को पीडीएस की राशन की दुकानों के माध्यम से वितरण किया जायेगा।

भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने बताया कि अभी शुरुवात में पांच रैंक लोड हो चुकी है छठवीं रैंक बुधवार को लोड होकर जायेगी। जबकि आधा दर्जन रैंक की डिमांड लगी हैं।

यहाँ का गेँहू झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, असम, अन्य राज्यों के अलावा बंगलादेश भी भेजा जाता है।