Petition in SC to Stop ASI Survey : भोजशाला में सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, आज सुनवाई संभव!
New Delhi : मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के निर्देश के बाद आज अलसुबह ASI की 5 सदस्यों की टीम ने धार स्थित भोजशाला में सर्वे का काम शुरू कर दिया। मुस्लिम पक्ष के लोग इस सर्वे को रुकवाने के लिए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। वे आज शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई का आग्रह करेंगे। भोजशाला परिसर के ASI सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की तरफ से मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने यह याचिका दाखिल की है। इसमें सर्वे से जुड़े हाई कोर्ट के आदेश पर रोक की मांग की गई। वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद सुप्रीम कोर्ट से तुरंत सुनवाई की मांग रखेंगे।
जबकि, हिंदू संगठनों के मुताबिक भोजशाला कमाल मौलाना मस्जिद वास्तव में मां सरस्वती मंदिर भोजशाला है, जिसे सन 1034 में राजा भोज ने संस्कृत की पढ़ाई के लिए बनवाया था।
उल्लेखनीय है कि 11 मार्च को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने धार भोजशाला को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था। हाईकोर्ट ने एएसआई को भोजशाला का सर्वे करने का आदेश दिया। मां सरस्वती मंदिर भोजशाला के वैज्ञानिक सर्वे के लिए हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने हाईकोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर पर कोर्ट ने एएसआई को सर्वे का आदेश दिया।
धार भोजशाला को लेकर कई बार तनाव हो चुका है। हिंदू और मुस्लिम दोनों भोजशाला पर दावा करते हैं। इसी को लेकर दोनों के बीच लंबे वक्त से विवाद चला आ रहा है। अब हाईकोर्ट ने ASI को इसके सर्वे की मंजूरी दी।
कोर्ट के आदेश अनुसार, ASI महानिदेशक की निगरानी में 5 सदस्यीय टीम भोजशाला का सर्वे करेगी। इसके साथ ही ये कमेटी अगले 6 सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। साथ ही कोर्ट ने दोनों पक्ष यानी हिंदू और मुस्लिम पक्ष के 2-2 प्रतिनिधियों को सर्वे के दौरान वहां मौजूद रहने की अनुमति है। पूरे सर्वे की वीडियोग्राफी के साथ ही फोटो भी एकत्रित करने का आदेश दिए थे।