Petrol and diesel costlier again : सात दिन में छह किस्तों में पेट्रोल-डीजल 4 रुपए लीटर महंगा

पेट्रोल-डीजल अभी और कितने महंगे होंगे, ये जानिए

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Petro Product Rates Down : M

New Delhi : ये अनुमान सही निकला कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल महंगा होगा! वही होता दिखाई भी दिया। फर्क ये आया कि एक साथ बढ़ोतरी के बजाए किस्तों में कीमतें बढ़ाई है। 80, 80, 80, 80, 50, 30 पैसे की छह किस्तों में साथ 7 दिन में पेट्रोल और डीजल चार रुपए महंगा हो गया। तेल कंपनियों को जो घाटा हुआ है, उस लिहाज से देखें तो पेट्रोल-डीजल की कीमत में अभी और 18 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है।

पेट्रोल-डीजल में तेजी का सिलसिला रुक नहीं रहा। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज फिर पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी कर दी। पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे और डीजल में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। सात दिन में 6ठी बार पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ गई। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपए और डीजल की कीमत 90.77 रुपए प्रति लीटर हो गई।

4 नवंबर 2021 के बाद 22 मार्च 2022 को पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हुआ था, जो आज तक जारी है। पिछले 7 दिन में पेट्रोल की कीमत में 4 रुपए और डीजल की कीमत 4.10 रुपए का इजाफा हुआ। मुंबई में अब पेट्रोल की कीमत 114.19 रुपए और डीजल 98.50 रुपए प्रति लीटर हो गया। चेन्नई में पेट्रोल 105.18 रुपए और डीजल 95.33 रुपए मिलेगा। कोलकाता में पेट्रोल के लिए 108.85 रुपए चुकाने होंगे, जबकि डीजल के लिए 93.92 रुपए देने पड़ेंगे।

छह दिन में ही चार रुपए बढे

पिछले साल नवंबर से इस साल 21 मार्च तक पेट्रोल के दाम स्थिर रहे। इस बीच उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव का कार्यक्रम चला। इन राज्यों में चुनाव खत्म होते ही 22 मार्च 2022 से पेट्रोलियम ईंधनों में दाम वृद्धि का सिलसिला शुरू हुआ। तब से सिर्फ एक दिन छोड़ कर शेष 6 दिन दाम बढ़े। इस तरह से 6 दिनों में ही पेट्रोल चार रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया।

डीजल 4.10 रुपए महंगा

सितंबर 2021 के बाद पेट्रोल के मुकाबले डीजल का बाजार ज्यादा तेज हुआ। कारोबारी लिहाज से देखें तो पेट्रोल के मुकाबले डीजल बनाना (Manufacturing of Diesel) महंगा पड़ता है। लेकिन, भारत के खुले बाजार (Retail Market) में पेट्रोल महंगा बिकता है और डीजल सस्ता। इस साल 22 मार्च से डीजल की कीमतें पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा बढ़ी हैं। इस बीच 6 किस्तों में ही डीजल 4.10 रुपए महंगा हो गया।

 

कितनी बढ़ सकती है कीमत

‘मूडीज’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए तेल कंपनियों आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की थी जिससे उन्हें 19,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस दौरान IOC को एक से 1.1 अरब डॉलर, BPCL तथा HPCL को प्रत्येक को 55 से 65 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ। क्रिसिल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत में 15 से 20 रुपये का इजाफा करना होगा।