Plane Crashed on Intern Doctors’ Hostel : एयरपोर्ट के पास अतुल्य हॉस्टल के ऊपर विमान का हिस्सा गिरा, 20 इंटर्न डॉक्टरों की मौत की आंशका!

1305

Plane Crashed on Intern Doctors’ Hostel : एयरपोर्ट के पास अतुल्य हॉस्टल के ऊपर विमान का हिस्सा गिरा, 20 इंटर्न डॉक्टरों की मौत की आंशका!

आग और धुंए से पूरी बिल्डिंग काली पड़ गई, अंदर खंडहर जैसे हालात!

Ahmedabad : यहां आज दोपहर हुए विमान हादसे में भारी नुकसान हुआ। प्लेन में बैठे कितने लोगों की मौत हुई, अभी इसका आंकड़ा सामने नहीं आया। लेकिन, इस हादसे में मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट आ गए। इसी हॉस्टल पर प्लेन गिरने से 20 डॉक्टरों की मौत होने की आंशका है।

एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन जिस अतुल्य होस्टल की बिल्डिंग पर गिरा, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के इंटर्न डॉक्टर्स रहते है। ये इंटर्न डॉक्टर्स का हॉस्टल था। जब विमान गिरा तब वहां 50 से 60 इंटर्न डॉक्टर्स थे। पता चला है कि यहां से 6 शव निकाले गए हैं। विमान में आग लगने से उठे धुएं से हॉस्टल की बिल्डिंग पूरी तरह काली पड़ गई और हर तरफ सिर्फ मलबा पड़ा है। हॉस्टल खंडहर जैसा हो गया था। शव यहां-वहां बिखरे पड़े थे।

WhatsApp Image 2025 06 12 at 16.40.19

विमान में पायलट और केबिन क्रू को मिलाकर कुल 242 लोग सवार थे। इसमें जहा 130 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की बात कही जा रही है। वहीं विमान एयरपोर्ट के पास जिस जगह पर गिरा, वहां एक डॉक्टरों का हॉस्टल था। विमान के हिस्से के बिल्डिंग पर गिरने से 20 इंटर्न की मौत की आशंका व्यक्त की गई है। जानकारी के अनुसार यह इस हॉस्टल में 50 से 60 छात्र मौजूद थे।

WhatsApp Image 2025 06 12 at 16.40.33

प्‍लेन क्रैश साइट पर मौजूद एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी, कि रेस्‍क्‍यू का काम चल रहा है। कई एजेंसियां रेस्‍क्‍यू के काम में जुटी हैं। ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को जल्‍द से जल्‍द हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है। हालांकि, अभी तक इस विमान दुर्घटना में कितने लोगों की जान गई है, इसकी जानकारी उन्‍होंने नहीं दी।

WhatsApp Image 2025 06 12 at 16.40.33 1

पुलिस ऑफिसर ने बताया कि शुरुआती तौर पर हमें पता चला कि लंदन जाने वाला एयर इंडिया का विमान डॉक्टरों के हॉस्टल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 2-3 मिनट के भीतर ही पुलिस और अन्य एजेंसियां ​​मौके पर पहुंच गईं। लगभग 70-80% एरिया साफ हो चुका है। सभी एजेंसियां ​​यहां काम कर रही हैं। घायलों को जल्‍द से जल्‍द हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। हमारी प्रायोरिटी अभी घायलों को अस्‍पताल पहुंचाने की है।