मेट्रोपॉलिटन एरिया की प्लानिंग तेज, करीब 10 हजार करोड़ रुपए के काम प्रस्तावित 

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मेट्रोपॉलिटन एरिया की प्लानिंग तेज, करीब 10 हजार करोड़ रुपए के काम प्रस्तावित 

भोपाल। राजधानी में मेट्रोपॉलिटन रीजन को बनाने की तैयारियां तेज हो गयी है। भोपाल और आसपास के पांच जिलों को मिलाकर प्राधिकरण तय किया जा रहा है। रीजन के तहत करीब 10 हजार करोड़ रुपए के काम प्रस्तावित है। इसमें संबंधित जिलों के मेट्रोपॉलिटन रीजन में शामिल क्षेत्रों तक एप्रोच तैयार करने से लेकर पब्लिक यूटिलिटी विकसित करने सहित अन्य काम पूरे किए जाएंगे।

गौरतलब है कि भोपाल मेट्रोपॉलिटन रीजन की प्लानिंग भोपाल विकास योजना से तैयार कराई जा रही है लेकिन बीडीए के पास इंजीनियरों का टोटा चल रहा है। इसके चलते काम धीमी गति से हो रही है। अभी बीडीए प्लान के लिए एजेंसी तय करने में लगा है। इससे पहले बीएमआर का सेटअप तय होगा पर इसकी टीम बन ही नहीं पायी है।

बीएमआर में मौजूदा मास्टर प्लान

बीएमआर के लिए तय नियमों में स्पष्ट किया है कि भोपाल, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर जिलों के मौजूदा मास्टर प्लान बीएमआर में मर्ज हो जाएंगे। यानी इनके प्रावधानों को ही लागू किया जाएगा। बीएमआर का प्लान बनेगा तो ये रहेंगे।

मास्टर प्लान भी अब बीएमआर में मर्ज होगा

बीएमआर के लिए तय नियमों में स्पष्ट किया है कि भोपाल, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर जिलों के मौजूदा मास्टर प्लान बीएमआर में मर्ज हो जाएंगे। यानी इनके प्रावधानों को ही लागू किया जाएगा। बीएमआर का प्लान बनेगा तो ये रहेंगे।

खाता दो सौ करोड़ से खुलेगा पर यूज कौन करेगा

भोपाल नगर निगम, जिला पंचायत समेत संबंधित जिलों के नगरीय निकायों को भी बीएमआर में मिला दिया जाएगा। मौजूदा पार्षदों के बहुमत के आधार पर सदन जैसी कार्रवाई तय होगी। बीएमआर के लिए बजट तय हो गया है और इसका खाता खुलवाया गया है। शासन की एसओपी में ही शुरूआती बजट 200 करोड़ रुपए तय है। स्थापना के लिए इसका उपयोग होगा। तय नियमों के अनुसार प्लान बनवाया जा रहा है। अब यह तय करना है कि इसको किस तरह से यूज किया जाएगा क्योंकि इसमें पांच कलेक्टरों की भी भागीदारी होगी।