प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद यात्रा: कमला बिसेसर का भारत से भावनात्मक रिश्ता फिर चर्चा में

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प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद यात्रा: कमला बिसेसर का भारत से भावनात्मक रिश्ता फिर चर्चा में

 

भोपाल/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा के दौरान वहां की प्रधानमंत्री कमला बिसेसर खास चर्चा में हैं। कमला बिसेसर के पूर्वज बिहार और चेन्नई से हैं, और वे खुद भी अपने पुरखों के गांव भेलूपुर आ चुकी हैं। दो बार प्रधानमंत्री बन चुकीं कमला भारतीय मूल की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं, जिनका भारत से जुड़ाव दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बना रहा है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा के दौरान वहां की प्रधानमंत्री कमला सुशीला परसाद बिसेसर एक बार फिर चर्चा में हैं। कमला बिसेसर न सिर्फ देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं, बल्कि उनका भारत से बेहद खास और भावनात्मक कनेक्शन भी है। उनके पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के भेलूपुर गांव और चेन्नई से हैं, जिन्हें अंग्रेजों ने 19वीं सदी में मजदूरी के लिए त्रिनिदाद भेजा था। कमला खुद भी 2012 में अपने पुरखों की जन्मस्थली भेलूपुर गांव आ चुकी हैं, जहां उनका भावनात्मक स्वागत हुआ था।

कमला बिसेसर ने हाल ही में दूसरी बार त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल किया है। वे यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) की नेता हैं और 2010-2015 के बीच भी प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। कमला दुनिया की पहली भारतीय मूल की महिला प्रधानमंत्री हैं। उनकी शिक्षा वेस्टइंडीज यूनिवर्सिटी से हुई है और उन्हें 2011 में टाइम मैग्जीन ने दुनिया की 13वीं सबसे प्रभावशाली महिला नेता भी माना था।

त्रिनिदाद और टोबैगो की करीब 40% आबादी भारतीय मूल की है और यहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ही भारतीय मूल की महिलाएं हैं। पीएम मोदी की यह ऐतिहासिक यात्रा भारतीय प्रवासियों के 180 साल पुराने संघर्ष और दोनों देशों के मजबूत रिश्तों का प्रतीक है। कमला बिसेसर का अपने भारतीय मूल पर गर्व आज भी कायम है और वे इसे अपनी पहचान का अहम हिस्सा मानती हैं।