Police Brutality : महिला और उसके भाई को थाने में पीटने वाले पुलिस वालों ने खुद के बचाव का उपाय किया!

रोजनामचे में पहले से ही महिला टॉर्चर का आरोप लगा सकती है लिख दिया!

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Police Brutality : महिला और उसके भाई को थाने में पीटने वाले पुलिस वालों ने खुद के बचाव का उपाय किया!

Indore : तिलक नगर थाने में पति द्वारा पत्नी के खिलाफ 21 लाख रुपए की चोरी की रिपोर्ट पर पूछताछ के दौरान थाने में पुलिस आरोपी महिला और उसके भाई की पिटाई को लेकर कई नए राज खुले। पुलिस ने पूछताछ के लिए इंदौर बुलाया और थाने में जमकर पीटा। पुलिस ने रोजनामचे में पहले ही लिख दिया कि ये दोनों टॉर्चर के आरोप लगा सकते हैं।
जब यह शिकायत सही निकली तो तिलक नगर थाने की महिला सिपाही अर्पिता और खुफिया के सिपाही कुलदीप पर केस दर्ज कर लिया गया। दोनों को निलंबित भी कर दिया गया। मामले की जांच करने वाले सब इंस्पेक्टर की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। एक अचरज की बात ये भी है कि एक महिला की थाने में बुरी तरह पिटाई हुई। लेकिन, इस पूरे घटनाक्रम से तिलक नगर टीआई आफताब खान पटेल अंजान हैं। उन्हें महिला को थर्ड डिग्री देने जैसी कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी। वास्तव में यह भी एक लापरवाही है। अफसरों ने इसे भी संज्ञान में लिया है। दो दिन पहले जब टॉर्चर करने के बाद दोनों आरक्षकों और एक ASI को लगा कि मामला बिगड़ गया है तो पुलिसकर्मियों ने रचना और उसके भाई को रात 11 बजे छोड़ने के समय थाने के रोजनामचे में महिला रचना के खिलाफ शिकायत करने की बात लिखकर खुद को बचाने की कोशिश भी की। लेकिन, पीड़ित महिला ने असिस्टेंट कमिश्नर मनीष कपूरिया से शिकायत की, तब मामला वरिष्ठ अफसरों के सामने आया।

खुद को बचाने का कारनामा
तिलक नगर थाने में रोजनामचा में 11 बजकर 4 मिनट पर एसआई सुरेन्द्र सिंह ने 048 नंबर पर एंट्री की। इसमें उन्होंने लिखा कि अपराध क्रमांक 271/2023 धारा 380 में संदेही यश उर्फ लोकेश द्विवेदी (उम्र 43 साल) निवासी कैलाश नगर धार एवं संदेही आरोपी महिला रचना निवासी महावीर मार्ग, बनियावाड़ी धार को आज (2/7/2023) को थाने तलब किया गया। एसीपी महोदय द्वारा दोनों से शॉर्ट में पूछताछ कर अपराध के संबंध में विस्तृत व बिंदुवार पूछताछ करने के निर्देश दिए गए थे। ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि जब ACP ने शॉर्ट में पूछताछ के निर्देश दिए थे तो एक महिला के साथ मारपीट किसके इशारे पर की गई?

आरोपी महिला रचना एवं उसके भाई यश से थाने में महिला आरक्षक अर्पिता (3759) एवं आरक्षक कुलदीप (1469) के समक्ष पूछताछ की गई। रचना से वैज्ञानिक तरीके से मेरे (उपनिरीक्षक सुरेंद्र शर्मा) द्वारा पूछताछ करने पर वह हेरफेर जवाब देकर अपराध के संबंध में तथ्यों से परे बात करने लगी। आरोपी महिला पुलिसकर्मी ने कैसे रचना से थर्ड डिग्री पूछताछ को अपने तरीके से मैनिपुलेट किया। महिला आरक्षक अर्पिता ने रचना को भरोसे में लेकर जब बातचीत की, तो उसने अकेले में खुलकर बात करने पर बताया कि उसकी ननद सीमा शर्मा शादी के बाद से ही उसे इस घर से निकालना चाहती है। रचना के अनुसार उसके पति के भी कई महिलाओं से अवैध संबंध है। इसके चलते पति भी उसे घर से बाहर निकालने की साजिश में शामिल हैं।

आरक्षक ने जब रचना से सख्ती से पूछताछ की तो वह तेज आवाज में बोलने लगी और हंगामा करने लगी। रचना हर सवाल पर बस एक ही जवाब देती कि मैंने रुपए नहीं चुराए और न मेरे भाई यश ने चुराए। उसे समझाने पर उसने खुद ही थाने में रखी टेबल व दीवार पर हाथ-पैर और सिर मारकर पूछताछ में सहयोग नहीं करते हुए वास्तविक तथ्यों से बचने की कोशिश करने लगी। ब्लड प्रेशर कम-ज्यादा होना,उल्टी होना, चक्कर आकर गिर जाना आदि नाटक करने लगी।

इसी तरह संदेही लोकेश उर्फ यश द्विवेदी पूछताछ करने पर उसके द्वारा सीधा घर वालों की कसम खाकर चोरी न करना बताने लगा। उक्त मामले के फरियादी सुनील और उसकी बहन सीमा शर्मा से अकेले में बात करने की मांग की। यश द्विवेदी की अकेले में थाने पर सीमा शर्मा व सुनील से बात करवाई गई। यश व रचना के परिजनों जो कि थाने पर ही दिनभर रहे, उनके द्वारा महिला रचना की आवाज जो कि रचना द्वारा नाटक कर निकाली गई थी, उसे सुनकर वरिष्ठ अधिकारियों से थाने पर मारने-पीटने की शिकायत करने की धमकी दी गई। बाद में पूछताछ कर दोनों को परिजनों के सुपुर्द किया गया।

उक्त दोनों के द्वारा बिंदुवार पूछताछ से बचने के लिए उनके परिजन अपनी राजनैतिक व सामाजिक पकड़ के चलते पुलिस पर दोनों को टॉर्चर करने के झूठे आरोप लगा सकते हैं।

डीसीपी कपूरिया से शिकायत
थाने से छोड़े जाने के बाद रचना डिप्टी कमिश्नर मनीष कपूरिया से मिली। उन्हें तिलक नगर थाने में पुलिसकर्मियों की बर्बरता की जानकारी दी। मामले में डीसीपी जोन-2 और एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास को पूरे मामले की जांच करने के लिए कहा गया। जिसके बाद महिला का सोमवार शाम 6 बजे एमवाय में मेडिकल कराया गया। इसमें महिला के दोनों पैरों और कूल्हों में गंभीर चोट के निशान मिले। पीठ के पीछे भी चोट आने के चलते पसली में फ्रैक्चर हो गया। मंगलवार दोपहर एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास ने अपने आफिस में महिला के बयान लेकर वरिष्ठ अफसरों को अवगत कराया। इसके बाद मंगलवार देर रात कुलदीप और महिला पुलिसकर्मी अर्पिता पर कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया।

कमिश्नर के आदेश पर कार्रवाई
रचना शर्मा निवासी ब्रजेश्वरी एक्सटेंशन की शिकायत पर कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने आदेश दिया। तिलक नगर में खुफिया विंग के सिपाही कुलदीप और एक महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ तिलक नगर थाने में ही धारा 323,294,330 और 34 की धाराओं में केस दर्ज किया गया। महिला के साथ थाने में ही बुरी तरह से मारपीट की गई। इतना ही नहीं भाई को भी अलग कमरे में बंद कर पीटा गया।

एसआई व अन्य आरोपी बने
रचना व परिजन ने बुधवार को पुलिस कमिश्नर को आवेदन देकर दोनों आरक्षकों के अलावा जांच करने वाले एसआई सुरेंद्र सिंह व अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। दोनों आरक्षकों पर केस दर्ज करने के बाद उनके बयान एडिशनल डीसीपी व्यास ने लिए। थाने के फुटेज रिकवर करवाए, उसमें रचना को छत पर ले जाते दिख रहे हैं, लेकिन पिटाई का वीडियो नहीं मिला।

परिजनों ने चीखने की रिकॉर्डिंग सौंपी है। अभी दो आरक्षकों को निलंबित किया गया है, इन पर जल्द सख्त कार्रवाई हो सकती है। इसके अलावा पूछताछ के लिए बुलाने वाले एएसआई और टीआई पर भी आंच आएगी।