Police Commissionerate : पुलिस कमिश्नरी का काम सीखने तीन अफसर लखनऊ गए

भोपाल में इसी सप्ताह बैठक में कई मुद्दों पर फैसले होंगे

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Police Commissionerate System

Indore : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नरी बेहतर ढंग से काम कर रही है। वहां की पुलिस कमिश्नरी की कार्यप्रणाली देखने (To See the Functioning of the Police Commissionerate) शहर के तीन पुलिस अधिकारी महेश चंद्र जैन, जयवीरसिंह भदौरिया और हरीश मोटवानी लखनऊ पहुंच गए। तीनों अधिकारी वहां तीन दिन रहकर कमिश्नरी की बारीकियां सीखेंगे। एसपी महेशचंद्र जैन (SP Maheshchandra Jain) ने बताया कि वे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर लखनऊ आए हैं। यहां से कमिश्नरी के गुर सीखकर उसका प्रयोग इंदौर में करेंगे। पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद कई मामलों की सुनवाई पुलिस खुद करेगी। इसके लिए कई थानों व अधिकारियों के कार्यालयों पर कोर्ट रूम बनाया जा रहा है। सेंट्रल कोतवाली थाने के ऊपर कोर्ट रूम तैयार हो रहा है।

इंदौर में पुलिस कमिश्नरी लागू होते ही रीगल तिराहा स्थित कमिश्नर कार्यालय (डीआईजी कार्यालय) तैयार हो गया। सभी अफसरों के कार्यालय में नेमप्लेट के साथ उन्हें नया स्वरूप देने का काम भी शुरू कर दिया गया। लेकिन, संसाधनों का अभाव अभी भी बना हुआ है। संसाधन और बल जुटाने को लेकर इसी सप्ताह भोपाल में वरिष्ठ पुलिस अफसरों की बैठक होगी। पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद पुलिस अब संसाधनों और पुलिस बल बढ़ाने की अपनी मांग पर जोर दे रही है। बल और संसाधन (Force and Resources) नहीं होने से बेहतर ढंग से कमिश्नरी काम नहीं कर पा रही। पुलिस के एक अफसर ने बताया कि इसी सप्ताह कमिश्नरी को लेकर भोपाल में बैठक होगी। बैठक में वाहन, वायरलेस सेट, पुलिस बल आदि की मांग रखी जाएगी।

पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद पुलिस को मिले अधिकारों को लेकर आईएएस लॉबी और पुलिस आमने-सामने हो गए हैं। दोनों अधिकारों का हवाला देकर काम करने की बात कह रहे हैं। किसको क्या अधिकार होंगे और कौन-से अधिकारों को खत्म किया जाएगा, इसका निर्णय भी भोपाल में होने वाली बैठक में किया जाएगा।

कार्यभार संभालते ही पुलिस अफसरों ने मैदान संभाल लिया है। अपराधों पर नियंत्रण के लिए बदमाशों की कुंडली तैयार की जा रही है। साथ ही पुलिस अब ट्रैफिक सुधार पर भी फोकस करेगी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद आईजी हरिनारायणचारी मिश्रा को शहर का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया। अन्य अफसरों के पद भी अपग्रेड किए गए, सभी को नया नाम और पद दिया गया।

कमिश्नरी में जहां अतिरिक्त बल जुटाया जाएगा, वहीं वर्षों पुराने वायरलेस सेट में भी बदलाव आएगा। कई सेट खराब हो चुके हैं। जर्जर हो चुके थाना भवनों को नया स्मार्ट थाना बनाने का काम भी इसमें शामिल किया गया है। वर्तमान में पंढरीनाथ और सराफा थाना भवन का चयन स्मार्ट थाना में तब्दील करने का काम शुरू हो गया है। इसके बाद मल्हारगंज, परदेशीपुरा, विजयनगर, भंवरकुआं को शामिल किया जाएगा। अधिकार बढ़ने के बाद उनके लिए ऑफिस की दरकार रहेगी। वर्तमान में जहां ऑफिस संचालित हो रहे हैं, वहां संसाधन जुटाना मुश्किल है। कोर्ट व अन्य कमरों के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। पुलिस हाउसिंग को नए स्थान का चयन करना है।

पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि पुलिस अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर ढंग से कर रही है। संसाधन मिलते ही और व्यवस्थित तरीके से काम करेंगे। भोपाल में होने वाली बैठक में संसाधनों व बल को लेकर चर्चा होगी।