Police has created a new chapter of service in the Covid era: CM Shivraj Singh Chouhan

मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को कॉन्फ्रेंस में संबोधित किया

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Police has created a new chapter of service in the Covid era: CM Shivraj Singh Chouhan

मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को कॉन्फ्रेंस में संबोधित किया

भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के पुलिस प्रशासन पर हमें गर्व है। प्रदेश पर जब भी संकट आया पुलिस प्रशासन के साथियों ने दिन-रात एक कर काम किया और प्रदेशवासियों को राहत पहुँचाई। कोविड का कठिन दौर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। हमारे अधिकारी-कर्मचारियों ने अपनी जान दाँव पर लगा कर व्यवस्थाएँ संभाली और कुछ लोग इसमें शहीद भी हुए। कोविड काल में प्रदेश में सेवा का नया अध्याय रचा गया। पुलिस ने देशभक्ति और जन-सेवा के मूल मंत्र को साकार किया। प्रदेशवासियों को हमसे बहुत अपेक्षाएँ हैं, टीम मध्यप्रदेश बेहतर कार्य कर रही है, पर सुधार की गुजाइंश सदैव बनी रहती है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन के प्रथम-सत्र को संबोधित कर रहे थे। मंत्रालय में हुई कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना सहित राज्य स्तरीय अधिकारी, संभागायुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।

हमारी प्रतिबद्धता और निरंतर चलने वाले अभियान से डकैती और नक्सल समस्या नियंत्रण में

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ सभी माफिया गतिविधियों को समाप्त कर दिया गया है। डकैती उन्मूलन के साथ ही नक्सलवाद के विरुद्ध अभियान लगातार जारी है। प्रदेश में एक करोड़ 14 लाख के इनामी 6 नक्सलियों को समाप्त करने के लिए हॉक फोर्स बधाई की पात्र है। प्रदेश में नक्सली गतिविधियाँ केवल छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा पर शेष हैं। प्रदेश के अंदरूनी जिलों में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। यह हमारी प्रतिबद्धता और निरंतर चलने वाले अभियान का ही परिणाम है।

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मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को कॉन्फ्रेंस में संबोधित किया

जुआ, सट्टा और ड्रग्स समाज के दुश्मन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जुआ, सट्टा और ड्रग्स समाज के दुश्मन हैं। इनमें लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। माँ-बहन-बेटी के सम्मान की सुरक्षा और उन्हें सशक्त करने के प्रयासों के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उनके साथ दुर्व्यवहार करने वालों को आजीवन कारावास और फाँसी तक की सजा दी गई ऐसे व्यक्तियों की आर्थिक रूप से कमर भी तोड़ी गई है। यह कार्यवाही असामाजिक तत्वों में भय व्याप्त करने में सहायक रही हैं।

प्रदेश का सुरक्षित वातावरण प्रदेश को निवेश के लिए बनाता है आदर्श स्थान

मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में व्यवस्था एवं सुरक्षा का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। आगामी दिनों में प्रदेश में जी-20 देशों की बैठक होना है। यह देश वैश्विक स्तर पर ओपिनियन क्रिएटर है। हमारा प्रयास यह हो कि मध्यप्रदेश की विश्व में सकारात्मक छवि बनाने के इस अवसर का हम भरपूर उपयोग करें। प्रदेश का सुरक्षित वातावरण निवेश के लिए आदर्श स्थान बनाता है।

नशे के विरूद्ध अभियान चलाना आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर नशामुक्ति अभियान चलाया जाए। जन-सामान्य को नशे के नुकसान की जानकारियाँ देने के साथ नशे के कारोबार में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए।

धर्मांतरण के प्रयत्नों को विफल करना आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धर्मांतरण के प्रयत्नों को विफल करना आवश्यक है। बेटियों को फुसला कर धर्मांतरण कराने के प्रकरणों तथा जमीन खरीदने के लिए जनजातीय बहनों से विवाह करने के प्रकरणों के प्रति अपने-अपने जिलों में सजग रहें। गुम हुई बच्चियों को वापस लाने में ऑपरेशन मुस्कान में हमें सफलता मिली है। कमजोर वर्गों को सुरक्षा प्रदान करना हमारा दायित्व है। साथ ही अत्याचार करने की प्रवृत्ति को नियंत्रित करने के लिए भी अभियान चलाया जाए। सूदखोरी से हो रहे शोषण के प्रति भी जागरूक रहें तथा इस प्रकार की जानकारी मिलने पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। समाज में फैल रहे नशे और ड्रग्स की लत को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने तथा नशामुक्ति के लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है।

सायबर अपराध उभरती चुनौती

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सायबर अपराध उभरती चुनौती है। सोशल मीडिया पर निरंतर नजर रखना आवश्यक है, क्योंकि थोड़ी से लापरवाही से इससे तनाव फैलना संभव है। पीएफआई सहित देश को कमजोर करने की गतिविधियों में संलग्न संगठनों के संबंध में सही समय पर जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटेलीजेंस एजेंसियाँ सक्रिय रहें। इस कार्य में स्थानीय पुलिस भी अपना दायित्व निभाएँ। विदेशों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे एनजीओ किन गतिविधियों में लगे हैं, इस पर भी नजर रखी जाए। सामाजिक सोहार्द्र और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निरंतर सतर्कता और सावधानी आवश्यक है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रदेश की पैदल गश्त की पहल को सराहा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश पुलिस द्वारा मूलभूत पुलिसिंग में शुरू की गई पैदल गश्त की प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भी प्रशंसा की है। बीट व्यवस्था, माइक्रो बीट सिस्टम, औचक निरीक्षण, कोबिंग ऑपरेशन और राशि गश्त व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। पुलिस के सड़क पर मौजूद होने से असामाजिक तत्वों और सामान्य व्यवस्था बनाए रखने में प्रभावी असर होता है। आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक पुलिस तकनीकी रूप से सक्षम हों, यह समय की माँग है। इससे जन-सामान्य के साथ बेहतर संवाद और बेहतर नियंत्रण अधिक सक्षमता से किया जा सकता है। सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों में चल रही भ्रांतियों और गलत जानकारियों का तत्काल खंडन किया जाए और आवश्यकता होने पर उपयुक्त कार्यवाही भी तत्काल सुनिश्चित की जाए।

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पुलिस कर्मियों का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस कर्मियों से हमें काम लेने का अधिकार है, साथ ही उनका ध्यान रखना भी हमारी जिम्मेदारी बनती है। पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य, उनके परिवार की समस्याओं, जिम्मेदारियों के प्रति अधिकारी संवेदनशील रहें। टीम भावना और परिवार की भावना से कार्य करते हुए यह सुनिश्चित करें कि टीम का कोई व्यक्ति अवसाद और तनाव में न रहे। पुलिस कर्मियों की क्षमता-संवर्धन के लिए प्रयास हों, इससे पुलिस कर्मियों का विश्वास और कार्यक्षमता बढ़ेगी। अधिकारियों को भी व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण दिया जाए। पुलिस कर्मियों के लिए कार्य-प्रणाली में निष्पक्षता आवश्यक है। वे अपने कार्य क्षेत्र में ऐसे व्यक्तियों से संबंध न रखें जिनसे उनकी छवि धूमिल होती हो। क्षेत्र में जुआ, सट्टा, नशा व अन्य अवैध गतिविधियाँ चलाने वालों में पुलिस का खौफ होना जरूरी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदान किए “असली हीरो” सम्मान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपराधियों का सामना करने में साहस और वीरता का परिचय देने वाले नागरिकों को “असली हीरो” सम्मान से सम्मानित किया। बड़वानी की वर्षा बाई बारेला, कमला बाई और भूरी बाई, मुरैना के श्री मुकेश सिंह गुर्जर, दमोह की श्रीमती मोनिका पिंकी अहिरवार इंदौर की कुमारी प्रगति, शिवानी एवं खुशी और छतरपुर के श्री शिवम तिवारी को कॉन्फ्रेंस में असली हीरो प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कानून-व्यवस्था से संबंधित सभी विषयों की हुई समीक्षा

कॉन्फ्रेंस में कानून-व्यवस्था की स्थिति, माफिया के विरूद्ध कार्यवाही, बाल अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित अपराध एवं उन पर की गई कार्रवाई नशे के विरूद्ध अभियान, नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण, भू-माफिया तथा अन्य माफिया एवं आदतन अपराधियों, गुंडों और शासकीय भूमि पर अवैध कब्जाधारियों से भूमि मुक्त कराने, बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ गंभीर अपराध करने वालों, शराब माफिया, खनन माफिया, चिटफंड कम्पनियों, मिलावटी खाद्य पदार्थ से संबंधित अपराधों, राशन और खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध की गई कार्यवाही की जानकारी प्रस्तुत की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए। कॉन्फ्रेंस में आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अंतर्गत कार्यवाहियों और सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए की गई पहल की जानकारी दी गई।

मध्यप्रदेश पुलिस को प्राप्त पुरस्कारों का हुआ प्रस्तुतिकरण

कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा नई दिल्ली में मध्यप्रदेश पुलिस के ई-विवेचना एप को प्रदान प्रथम पुरस्कार, डाटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया नई दिल्ली द्वारा एक्सीलेंस इन कैपिसिटी बिल्डिंग श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त होने, भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रदान किए गए प्रथम पुरस्कार और गुजरात के बड़ोदरा में हुए राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस परेड में देश के 25 प्लाटून में मध्यप्रदेश पुलिस को मिले प्रथम पुरस्कार के संबंध में मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवगत कराया गया।

पुलिस संवाद और समन्वय से समस्याओं के समाधान को प्रोत्साहित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस, संवाद और समन्वय से समस्याओं के समाधान को प्रोत्साहित करें। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए पुलिस पूरी तैयारी से जाए। नक्सल क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन को प्रभावी बनाने तथा उनके लाभ जन-जन तक पहुँचाने के लिए सभी विभाग सक्रियता से कार्य करें। अधिकारी, हॉस्टल के छात्रों से सतत संवाद में रहें। आश्रम शालाओं और हॉस्टल की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जनजातीय बहुल जिलों में समर्पित अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं का कौशल उन्नयन कर उन्हें रोजगार से जुड़ने के लिए गतिविधियाँ संचालित करने की आवश्यकता बताईं तथा सामाजिक न्याय के लिए पेसा एक्ट के प्रावधानों का त्वरित रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

अपराधिक और असामाजिक गतिविधियों में लिप्त प्रभावशाली व्यक्तियों को बख्शा न जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माफिया से मुक्त कराई गई भूमि का उपयोग गरीबों को आवास उपलब्ध कराने या अन्य सृजनशील गतिविधियाँ संचालित करने में किया जाए। इससे माफिया का रसूख खत्म करने और जनता में सुरक्षा का भाव विकसित करने में मदद मिलेगी। अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही भी जनता की सेवा ही है। बलात्कारियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाए। प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा अपराधिक गतिविधियाँ किए जाने या सामान्यजन के जीवन से खिलवाड़ करने की स्थिति में उन पर कठोर कार्यवाही की जाए। अवैध शराब के परिवहन में लिप्त जो वाहन जप्त किए गए हैं, उन्हें तत्काल नीलाम किया जाए। मिलावट के प्रकरणों में सख्त कार्यवाही हो तथा जनता को जागरूक करने के लिए प्रभावी अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हॉट स्पॉट चिन्हित कर अपराध नियंत्रण के लिए की गई कार्यवाही की प्रशंसा की।