मध्यप्रदेश में लगातार हो रही डकैती और चोरी की गंभीर वारदातों के बाद पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

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मध्यप्रदेश में लगातार हो रही डकैती और चोरी की गंभीर वारदातों के बाद पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट

विगत सप्ताह से मध्यप्रदेश में कई शहरों में बड़ी डकैती और इसी दौरान हत्या की घटनाएं सामने आ रहे हैं। आरोपी डकैती चोरी करने के बाद हत्या तक कर रहे हैं। इसी को लेकर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।

डकैतों द्वारा मुख्य घटनाएं

1). दिनांक 09.07.2023 को रात्री 02.00 से 02.30 के मध्य जिला राजगढ के थाना पचौर क्षेत्र ग्राम पानिया में अज्ञात आरोपियों द्वारा डकैती की गम्भीर घटना घटित की गयी है।
2). दिनांक 12.07.2023 को रात्री 01.00 से 03.00 के मध्य जिला इंदौर के थाना चंदन नगर क्षेत्र के धार रोड स्थित 3-4 मकानों में अज्ञात आरोपियों द्वारा चोरी/डकैती की गम्भीर घटना घटित की गयी है।
3). दिनांक 13.07.2023 को रात्रि में करीब 12:30 से 05:00 के मध्य जिला राजगढ के थाना सारंगपुर क्षेत्र ग्राम कचनारिया में अज्ञात आरोपियों द्वारा डकैती के साथ हत्या की गम्भीर घटना घटित की गयी है।
4). दिनांक 16.07.2023 को रात्री 03.05 से 05.00 के मध्य जिला इंदौर के थाना कनाडिया क्षेत्र संपत फार्मस में अज्ञात आरोपियों द्वारा चोरी की घटना घटित की गयी है।

Modus Operandi (वारदात का तरीका)

1) प्रायः 5-10 के समूह में आते है। इस प्रकार की 6-8 गैंग सक्रिय हैं।
2) आरोपी घटना स्थल से कुछ दूरी पर वाहन खडाकर रैकी कर एक या अधिक घरों को निशाना बनाते हैं।
3) आरोपी घर के अन्य दरवाजे बन्द कर देते हैं।
4) आहट मिलने पर घर के लोगों पर हथियारों से हमला कर घोर उपहति कारित कर देते हैं।

एडवाइजरी

क्षेत्र के गांवों में ग्राम पंचायत से संपर्क कर ग्राम कोटवारों के माध्यम से रात्रि गश्त करवायी जाना सुनिश्चित करें। क्षेत्र के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि सार्वजनिक स्थानों पर संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जायें।
क्षेत्र के रहवासियों/ग्रामवासियों से संपर्क करें एवं किसी अनजान व्यक्ति/व्यक्तियों के समूह, फेरीवालों आदि के मूवमेंन्ट होने की स्थिति में तत्काल पुलिस को सूचित करनें हेतु निर्देशित करें। क्षेत्र के होटलों, धर्मशाला तथा अन्य यात्री-निवासों के संचालकों को ठहरने वाले व्यक्तियों के बारे में पूर्ण रूप विश्वसनीय जानकारी (आईडी प्रूफ) प्राप्त करने के बाद ही ठहराने हेतु निर्देशित करें।
क्षेत्र के रहवासियों/ग्रामवासियों को चौपाल/मीटिंग एवं व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से इस प्रकार की घटना के प्रति सजग करना तथा घटना से बचाव के उपायों के बारे में बताये।