Police Looking for Donkeys : बुरहानपुर में पुलिस खोए 25 गधों को खोजने में लगी!

मालिकों की शिकायत पर पुलिस सीसीटीवी कैमरों से गधों को ढूंढ रही!  

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Police Looking for Donkeys : बुरहानपुर में पुलिस खोए 25 गधों को खोजने में लगी!

Burhanpur : बुरहानपुर में एक अनूठी बात देखने को मिली है, अभी तक मनुष्यो की गुमशुदगी दर्ज करने की खबर आती थी किन्तु बुरहानपुर में अजीबो गरीब खबर देखने को मिल रही। बुरहानपुर के शिकारपुरा क्षेत्र से 25 गधे गायब हो गए। अब शहर में गधों को ढूंढने में लगी है। गधों को मुगल शासक राजस्थान से बुरहानपुर लाए थे। उस समय जितनी भी ऐतिहासिक इमारतें बुरहानपुर में बनी, उनमें पत्थर ढोकर लाने का काम गधे ही करते थे।

 

खोये गधों को लेकर मालिक ने कहा कि जब चार दिनों बाद भी गधे घर नही पहुंचे तो कोतवाली थाने पहुंचे और पुलिस से गधे ढूंढने की गुहार लगाई। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर गधों को खोज रही है। गधों के मालिक ने बताया कि उन्होंने गधों को खोल दिया था, पर चार दिन बाद भी गधे वापस नहीं लौटे।

प्रजापति समाज के 6 लोगो की शिकायत पर कोतवाली पुलिस उनके गधों की तलाश में जुटी है। गधा मालिकों ने कहा की ये गधे ही आजीविका का एकमात्र साधन हैं। गधों के बिना जीवन-यापन करना मुश्किल हो गया। इस बारे में थाना प्रभारी सीताराम सोलंकी ने गधा मालिकों को आश्वस्त किया है, कि जल्दी ही गुम हुए गधों को खोज लिया जाएगा।

लगातार कम हो रहे गधे 

पशु संगणना रिपोर्ट-2003 के अनुसार, बुरहानपुर जिला बनने के बाद साल 2007 में पशुओं गणना की हुई। तब बुरहानपुर में 772 गधों से काम किया जाता था। अधिकांश कुम्हार लोग रेत, मिट्टी ढुलाई कराते थे। आधुनिक साधनों की संख्या बढ़ गई और गधों पर से निर्भरता कम होती चली गई। साल 2012 की पशु संगणना में अचानक 266 गधे कम हो गए। 2018 में 404 गधों की गिरावट दर्ज की गई। सर्वे के अनुसार, जिले में अब 102 गधे ही बचे हैं। पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार कुछ सालों में यह विलुप्त श्रेणी में चले जाएंगे।