Police Reality Check : महिला पुलिस अधिकारी देर रात ऑटो में निकली, कंट्रोल रूम से मदद मांगी!

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Police Reality Check : महिला पुलिस अधिकारी देर रात ऑटो में निकली, कंट्रोल रूम से मदद मांगी!

‘मैं रेलवे स्‍टेशन के बाहर अंधेरे में अकेली खड़ी हूं, डर लग रहा है!’

Agra : एसीपी डॉ सुकन्या शर्मा शुक्रवार आधी रात को आगरा की सड़कों पर उतरी और पुलिस की सजगता का रियलिटी चेक किया। उन्होंने यह जानने के लिए यह प्रयोग किया कि आगरा में महिलाएं रात में कितनी सुरक्षित हैं! आधी रात को अगर कोई महिला पुलिस से मदद मांगती है, तो उसके साथ कैसा व्‍यवहार किया जाता है। एसीपी की यह कोशिश सफल रही। उन्होंने पाया कि आगरा की पुलिस पॉइंट पर तैनात है और कंट्रोल रूम से भी क्विक रिस्पॉन्स मिला।
शुक्रवार देर रात ब्लैक पेंट और व्हाइट शर्ट पहने एक महिला आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर नज़र आती है। वो पुलिस से मदद के लिए 112 नंबर पर फोन करती है। पुलिस से वह कहती है कि मैं आगरा आई हुई हूं। देर रात और सुनसान रास्ता होने की वजह से मुझे डर लग रहा है, घबराहट हो रही है। मुझे पुलिस की मदद चाहिए।

आधी रात को मदद की गुहार लगाने वाली ये महिला, वास्तव में एक महिला अधिकारी थी। महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वाले मनचले, पर्यटकों के साथ ठगी करने वाले और रात में ड्यूटी करने वाले पुलिसवाले अब सावधान हो जाएं। क्योंकि, एसीपी डॉ सुकन्या शर्मा आधी रात में कभी भी सड़क पर उतर सकती हैं। रात के अंधेरे में पुलिस महिलाओं की सुरक्षा कैसे करती है। इसे परखने के लिए वे खुद पर्यटक बनकर आगरा की सड़कों पर ऑटो में एसीपी सुकन्या उतरीं।

पुलिस ने कुछ ऐसे की ‘पयर्टक महिला’ की मदद

डॉ सुकन्या शर्मा ने जब 112 पर फोन किया तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर खड़े होने के लिए कहा गया। तीन मिनट तक फोन पर ही उनसे जानकारी ली गई। इसके बाद उनके पास पिंक पीआरवी का फोन आया। वे उनको सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए आने लगी। बाद में उन्होंने बताया कि वो एसीपी हैं और 112 नंबर पर कैसे और कितनी जल्‍दी कार्रवाई होती है, इसे चेक कर रही थीं और इस चेकिंग में 112 नंबर पास हो गया।

ऑटो ड्राइवर भी चेक में पास

एसीपी डॉ सुकन्या शर्मा इसके बाद निकल पड़ीं वूमेन सेफ्टी ऑटो की पड़ताल करने। उन्‍होंने एक ऑटो लिया और ड्राइवर ने किराया बताने के बाद उन्हें ऑटो में बैठा लिया। इसके बाद उन्हें बताए पते तक सुरक्षित पहुंचाया। इस बीच एसीपी सुकन्‍या ने बिना अपनी पहचान बताए ड्राइवर से वूमेन सेफ्टी ऑटो के बारे में जानकारी ली, तो ऑटो ड्राइवर ने बताया कि पुलिस ने उनका सत्यापन किया है। जल्द ही वर्दी और नंबर के साथ वह ऑटो चलाना शुरू करेंगे। पहले दिन पुलिस के रियालिटी चेक में पुलिसकर्मी, एसीपी के जांच पड़ताल में पास हो गए।