एक-दूसरे पर फब्ती कसते और जीत का दावा करते राजनेता!
लोकसभा चुनाव के महायज्ञ में प्रथम चरण में 102 लोकसभा सीटों पर कुल मिलाकर लगभग 62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर उम्मीदवारों के भाग्य को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कैद कर दिया है। इनमें से मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर लगभग 67 प्रतिशत से कुछ अधिक मतदान हुआ है। बाकी सीटों पर अब चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और राजनेता एक-दूसरे पर फब्ती कसते हुए अपनी-अपनी जीत का गगनचुंबी दावा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए पूरे उत्साह व जोश के साथ विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन पर हमले कर रहा है और उनके दावों को दिवास्वप्न बता रहा है तो वहीं विपक्षी महागठबंधन इंडिया को भरोसा है कि इस बार दिल्ली की सत्ता पर नया चेहरा काबिज होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे आत्मविश्वास के साथ तीसरी पारी खेलने के लिए तैयार और प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं। भले ही इंडिया गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा राहुल गांधी को घोषित नहीं किया गया लेकिन एनडीए और खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निशाने पर राहुल गांधी ही हैं। क्योंकि, राहुल गांधी सघन तूफानी दौरा कर रहे हैं। देखने वाली बात यही होगी कि चुनाव के अंतिम चरण तक यह एक-दूसरे पर किया जा रहा शाब्दिक हमला किस मुकाम पर रुकेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा के अगरतल्ला में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है और आरोप लगाया कि कांग्रेसी पंजा पूर्वोत्तर को लूट रहा था, हमने उसे छुड़ाया है तो वहीं राहुल गांधी खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा 20-25 अमीरों के लिए ही काम करती है। पीएम मोदी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्षी नेताओं को घेर रहे हैं तो राहुल गांधी कुछ गारंटियों के साथ संविधान की रक्षा और लोगों के दैनंदिनी जीवन से जुड़े सवालों को भी उठा रहे हैं। पूर्वाेत्तर के बारे में प्रधानमंत्री का कहना था कि इस इलाके को पंजे ने जकड़ रखा था ताकि लूट और भष्टाचार के दरवाजे खुले रहें, अब यह पंजा खुल गया है हमने कांग्रेस व वामपंथियों की लूट की इस नीति को 10 साल पहले ही खत्म कर दिया है। त्रिपुरा में सीपीएम और कांग्रेस के राज में भ्रष्टाचार खूब फल फूल रहा था, वामपंथियों ने त्रिपुरा को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा था। अब त्रिपुरा के विकास के लिए भाजपा ने एचआईआरए मॉडल- हाईवे, इंटरनेट-वे, रेलवे और एयरवेज पर काम किया। यहां पर फोरलेन हाइवे का काम भी चल रहा है, एक समय वह था जब यहां कनेक्टीविटी का अभाव था। चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सभी भाजपा व एनडीए उम्मीदवारों को व्यक्तिगत रुप से पत्र लिखते हुए विश्वास व्यक्त किया कि आप सभी संसद पहुंचेंगे और एक-एक वोट मजबूत सरकार की ओर बढ़ता कदम होगा। उन्होंने यह भी लिखा कि एक टीम के रुप में हम निर्वाचन क्षेत्र के लोगों व क्षेत्र के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि तामिलनाडु में भाजपा की जमीनी स्तर पर उपस्थिति को कोयम्बटूर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कुप्पुस्वामी अन्नामलाई मजबूत करते रहेंगे। चुनाव से ऐन पहले प्रधानमंत्री का यह पत्र निश्चित तौर पर भाजपा व एनडीए उम्मीदवारों में उत्साह का संचार करेगा।
राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने गाजियाबाद में चुनाव अभियान के प्रमुख मुद्दों पर मीडिया से खुलकर बात की। राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के पक्ष में मजबूत लहर है और भाजपा 150 सीटों पर सिमट जायेगी। पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी लागू करके तथा दूसरी ओर अरबपतियों का समर्थन करके रोजगार सृजन हटा दिया है। चुनाव में बेरोजगारी व महंगाई बड़े मुद्दे हैं लेकिन भाजपा इनकी बात नहीं करती। केरल के कुन्नूर में चुनावी सभा में राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारुढ़ दल देश के लोगों पर एक इतिहास, एक देश, एक भाषा थोपना चाहता है, वहीं कांग्रेस इसी से देश को बचाना चाहती है। राहुल गांधी ने सवाल पूछा कि केरल और तामिलनाडु में आकर आखिर कैसे कोई कह सकता है कि यहां कोई एक भाषा लागू होने वाली है। भाजपा ईडी व सीबीआई को हथियार बनाकर देश के माहौल को बदलना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और यूडीएफ अनेकता में एकता की बात करते हैं, हम अलग-अलग भाषाओं, अलग-अलग संस्कृति और हमारे लोगों के अलग-अलग इतिहास को स्वीकार करते हैं। राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देश में अशांति पैदा कर रही है और यह लोकसभा चुनाव आधुनिक भारत के इतिहास में संभवतः पहला ऐसा चुनाव होगा जो कि भारत के संविधान और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे के मुद्दे पर होगा। भाजपा आज जो भारत में करने का प्रयास कर रही है वह ऐसी कोशिश है जो आज तक किसी राजनीतिक दल ने नहीं की। संविधान आधुनिक भारत की बुनियाद है, यह हमारे लोगों को समान अधिकार व समान अवसर देता है। उल्लेखनीय है कि केरल में भाजपा और एनडीए अपने लिए उर्वरा जमीन तलाशने का प्रयास कर रहा है, वहां इस समय एलडीएफ की सरकार है और एलडीएफ एवं यूडीएफ दोनों ही इंडिया गठबंधन के हिस्सा हैं, लेकिन पंजाब की तरह यहां चुनावी मुकाबला इंडिया महागठबंधन के सहयोगियों के बीच ही हो रहा है और इनके बीच से ही भाजपा अपनी राह बनाने की कोशिश कर रही है।
राहुल पर गरजते बरसते राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केरल में प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा शाब्दिक हमला बोलते हुए कहा कि ‘‘राहुलयान की न तो लांचिंग हो रही है और न ही वह उचित स्थान पर लैंड कर पा रहे हैं। कई प्रयासों के बाद भी अब तक लांच नहीं हो पाये हैं।‘‘ उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी उत्तरप्रदेश से माइग्रेट होकर केरल चले आये हैं लेकिन इस बार वे वायनाड में भी नहीं जीतेंगे। उनका कहना था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार गगनयान को लांच करने की तैयारी कर रही है और आदित्ययान तो पहले ही सूर्य के नजदीक पहुंच गया है लेकिन दुख की बात यह है कि कई प्रयासों के बाद भी अपने युवा नेता को लांच करने में कांग्रेस को कठिनाई आ रही है। राजनाथ का कहना था कि राहुल गांधी उत्तरप्रदेश से केरल की ओर पलायन करके चले आये हैं और अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है क्योंकि राहुल गांधी पिछली बार अमेठी से लोकसभा सीट हार गये थे।
और यह भी
कांग्रेस सांसद और इंडिया गठबंधन के बड़े नेता राहुल गांधी पर सबसे तीखा हमला करते हुए कांग्रेस के एक बड़े नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि राहुल गांधी चम्मच से दूध पीने वाले बच्चे हैं और वह भाजपा शासित राज्य से चुनाव लड़ने से डर रहे हैं। श्रीनगर में डेमोक्रेटिग प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी -डीपीएपी- के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के इस दावे का खंडन किया जिसमें कहा गया है कि राहुल बहादुरी से भाजपा का मुकाबला कर रहे हैं। गुलाब नबी आजाद ने कहा कि राहुल भाजपा शासित राज्यों से चुनाव लड़ने से क्यों हिचकिचा रहे हैं? वह भाजपा से लड़ने का दावा करते हैं, फिर वे भाजपा शासित राज्यों से क्यों भागे तथा अल्पसंख्यक बाहुल्य राज्य में क्यों शरण ली। यह बात आजाद ने ऊधमपुर लोकसभा क्षेत्र में रैली को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने केरल जैसे राज्य में सुरक्षित सीट को प्राथमिकता देने का आरोप लगाते हुए जमीन पर भाजपा से मुकाबले करने की कांग्रेस व राहुल गांधी की प्रतिबद्धता पर सवालिया निशान लगाया। नेहरू-गांधी परिवार के करीबी रहे गुलाम नबी आजाद ने राहुल के साथ ही उमर अब्दुल्ला पर भी आरोप लगाया कि ये राजनेता नहीं बल्कि चम्मच से दूध पीने वाले बच्चे हैं। आजाद ने कहा कि राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला ने कोई व्यक्तिगत बलिदान नहीं दिया, वे केवल इंदिरा गांधी और शेख अब्दुल्ला से मिली राजनीतिक विरासत का आनंद ले रहे हैं।