Pollution in Delhi : गर्भवती महिलाएं, बीमार, बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर न निकलें!  

दिवाली पर दिल्ली वासियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की एडवाइज़री जारी!  

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Pollution in Delhi : गर्भवती महिलाएं, बीमार, बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर न निकलें!  

New Delhi : दिल्ली में भारी प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी की। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक पटाखे न फोड़ने और बेवजह बाहर न घूमने की सलाह दी गई। एडवाइजरी के मुताबिक गर्भवती महिलाओं, रोगियों, बच्चों और बुजुर्गों को अधिक सतर्क रहने की जरुरत है। उन्हें वायु प्रदूषण के बीच आने से बचना चाहिए। शनिवार सुबह 7 बजे राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 219 दर्ज किया गया, जबकि बीते गुरुवार को 437 दर्ज किया गया था। एक हफ्ते पहले दिल्ली का एक्यूआई बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच गई थी।

महानगर और आसपास का एक्यूआई (AQI) खराब है। ऐसे में लोगों से पटाखे न जलाने की हिदायत दी गई है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइज़री में किसी भी समस्या पर डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई। यह एडवाइज़री शनिवार को कई अखबारों में प्रकाशित की गई। गुरुवार रात और शुक्रवार को हुई बारिश से दिल्ली में दो सप्ताह से बढ़ा प्रदूषित वातावरण कुछ कम हुआ गई। इस कारण दिल्ली सरकार ने भी ‘ऑड-ईवन योजना’ को स्थगित कर दिया।

 

स्वास्थ्य विभाग की सलाह 

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिवाली के आसपास AQI खराब हो जाता है। ऐसे में लोगों से पटाखे न छोड़ने को कहा गया। एडवाइजरी में कहा गया कि ऐसे स्थान जहां पर ट्रैफिक जाम हो, गाड़ियां धीमी गति से चले, औद्योगिक इलाकों या जहां पर निर्माण और तोड़-फोड़ की गतिविधि हो रही हो, वहां पर जाने से बचें। सुबह या शाम की सैर, दौड़ने, एक्सरसाइज आदि करने से भी बचने की सलाह दी गई।

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आंखों में जलन होने पर तुरंत धोएं

धूम्रपान न करें, अगरबत्ती जलाने से बचें

तम्बाकू का सेवन और धूम्रपान न करें। बंद परिसरों में मच्छर भगाने वाली कॉइल और अगरबत्ती जलाने से बचें और लकड़ी, पत्ते, फसल के अपशिष्ट जलाने से बचें। एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर आंखों में जलन हो तो पानी से तुरंत धोएं, गुनगुने पानी से गरारे करें और सेहत पर ध्यान देने के लिए फलों एवं सब्जियों का सेवन करें। अगर सांस फूलना, चक्कर आना, खांसी, सीने में परेशानी या दर्द, आंखों में जलन (लाल या पानी) हो तो तत्काल डॉक्टर से सलाह लें। आवाजाही के लिए सार्वजनिक परिवहन या कार पूल का उपयोग करें। घरों और कार्यस्थलों के अंदर झाड़ू लगाने के बजाय गीला पोछा लगाएं।