‘Pranavayu Devata Scheme’:क्या आपने कभी पेड़ों को पेंशन मिलने की बात सुनी है? कितने रूपए दिये जाते हैं पेंशन

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‘Pranavayu Devata Scheme’:क्या आपने कभी पेड़ों को पेंशन मिलने की बात सुनी है? कितने रूपए दिये जाते हैं पेंशन!

राज्य या केंद्र सरकार के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलने के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति की आयु 60 साल से अधिक हो जाती है, तो वह कई सरकारी पेंशन योजनाओं का लाभ भी उठा सकता है।

पर क्या आपने कभी पेड़ों को पेंशन मिलने की बात सुनी है? सुनने में ही बड़ी अजीब लग रही है न यह बात। लेकिन यह सच है।

हमारे देश में एक राज्य ऐसा भी है, जहां उम्रदराज पेड़ों को पेंशन देने की योजना है और हर साल करोड़ रुपए पेड़ों को पेंशन देने के लिए आवंटित भी होते हैं।

चलिए आपको बताते हैं भारत के किस राज्य में पेड़ों को मिलता है पेंशन

राज्य सरकार का है स्कीम

राज्य या केंद्र सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ वृद्धों, विधवाओं आदि को भी पेंशन दी जाती है। लेकिन हरियाणा सरकार की ‘प्राणवायु देवता स्कीम’ के तहत पेड़ों को सालाना पेंशन देने की व्यवस्था की गयी है। ये पेड़ भी कोई आम पेड़ नहीं होते हैं, बल्कि काफी पुराने और बुढ़े हो चुके पेड़ होते हैं। जिन पेड़ों को पेंशन दिया जाता है, उन पेड़ों की आयु करीब 75 साल होती है।

कितना मिलता है पेंशन

हरियाणा के सरकार की तरफ से साल 2021 में इस पेंशन योजना की घोषणा की गयी थी। उस समय बुजुर्ग पेड़ों की देखरेख के लिए सालाना 2500 रुपए पेंशन देने की घोषणा की गयी थी लेकिन बाद में इसमें वृद्धि की गयी। अब इस राशि को बढ़ाकर 2750 रुपए कर दिया गया है। पेड़ों को मिलने वाला पेंशन पेड़ के मालिकों के बैंक अकाउंट में जमा कर दिया जाता है।

पुराने पेड़ों न काटकर उनकी देखभाल की जाए, इसी उद्देश्य से इस परियोजना की शुरुआत की गयी थी। पेंशन योजना का लाभ उठाने के लिए पेड़ों के मालिक ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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कैसे मिलेगा पेड़ों को पेंशन

अगर आप हरियाणा के रहने वाले हैं और आपके बगिचे में या घर के आंगन या आसपास आपके किसी पेड़ की आयु 75 साल या उससे ज्यादा हो चुकी है, तो इस पेंशन स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन आप अपने जिले के वन विभाग के ऑफिस में जाकर कर सकते हैं। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी आपके घर आकर पेड़ की जांच-पड़ताल करेंगे। आवेदन के सत्यापन के बाद पेड़ के मालिक को पेंशन दिया जाना शुरू हो जाएगा।

बता दें, अगर वह पेड़ पीपल का है, तो पेंशन के आपके आवेदन को अधिक महत्व दिया जाएगा। क्योंकि पीपल का पेड़ न सिर्फ अधिक मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ता है बल्कि हिंदु धर्म में इसका काफी अधिक महत्व भी होता है।

इस तरह से हरियाणा सरकार न सिर्फ पुराने पेड़ों को बचाने बल्कि अधिक से अधिक पेड़ लगाने पर भी जोर दे रही है।

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