Prawasi Bhartia : 2700 से ज्यादा प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आएंगे!
Indore : यह स्पष्ट हो गया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 6 हजार नहीं, बल्कि 2700 प्रवासी ही आ रहे हैं। शहर को इसके लिए ख़ास तौर पर तैयार किया जा रहा है। इस सम्मेलन के साथ संस्कृति, हेरिटेज, शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में भी कदम बढ़ने के आसार है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर इंदौर में तैयारियां जारी है। इस बात के प्रयास चल रहे हैं, कि यह आयोजन मालवा की मेहमानवाजी की मिसाल बन जाए।
सम्मेलन को हर स्तर पर उपयोगी बनाने के लिए प्रवासियों के साथ विजन-2047 के साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा के सत्र होंगे। भाग ले रहे देशों के साथ एमओयू भी किए जाएंगे। 65 देशों के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग विषयों पर भी एमओयू साइन होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख देशों के साथ एमओयू करके इसकी शुरुआत करेंगे। कोरोना के बाद पहली बार हो रहे सम्मेलन को लेकर प्रवासियों में जबर्दस्त उत्साह है। अपने देश आने वाला हर भारतीय मूल का नागरिक अपनी माटी के लिए कुछ न कुछ करना चाहता है।
एयरपोर्ट पर विशेष व्यवस्था
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान कई वीआइपी, बिजनेसमैन निजी चार्टर्ड प्लेन से आ सकते हैं। इसके लिए एयरपोर्ट पर विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विमानों की पार्किंग के लिए जगह रिजर्व की जा रही है। पुलिस ने भी विशेष ट्रैफिक प्लान बनाया है। 7 से 12 जनवरी तक सुपर कॉरिडोर से एमआर-10 होते हुए बायपास तक जाने के लिए एक लेन पर सामान्य ट्रैफिक प्रतिबंधित रहेगा।
यातायात व्यवस्था
पुलिस ने लोगों से वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है। अतिथियों की सुविधा के लिए खजराना गणेश मंदिर, राजबाड़ा, सराफा चौपाटी व 56 दुकान नो-व्हीकल जोन रहेगा। अतिथियों को असुविधा से बचाने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए सराफा बाजार को भी सजाया गया है। यहां मेहमान तरह-तरह के व्यंजनों का जायका ले सकेंगे।
इन विषयों पर होंगे करार
प्रवासियों का शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग। स्थानीय जरूरत के अनुसार कुशल युवाओं को तैयार करने के लिए स्किल सेंटर। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपकरण या अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च प्रोजेक्ट। योग, कला व संस्कृति को बढ़ावा देने वाले आइडिया। आइटी और स्टार्टअप के क्षेत्र में बढ़ावा देना।
ये ग्रुप ला रहे नए विचार
फ्रेंड्स ऑफ एमपी समूह, केन्या के रिसर्चर छात्र, मॉरीशस के भारतीय, यूएई के भारत उत्थान समूह सभी अपने साथ कुछ नए विचार ले कर आ रहे हैं। आयोजन में इन विचारों को अमलीजामा पहनाने के लिए एमओयू किया जाएगा। जिससे भविष्य में प्रवासियों के लिए यह अपने देश, प्रदेश, शहर व गांव के लिए कुछ करने की प्रेरणा बनें।
सरकार ने इसी मंशा से यह एमओयू संस्कृति, हेरिटेज, शिक्षा, कौशल विकास और कारोबारी गतिविधियों जैसे क्षेत्रों करने की योजना तैयार की है। इसका एक फायदा यह होगा भाग ले रहे देशों के साथ द्विपक्षीय समन्वय भी बढ़ेगा। जानकारी के अनुसार 300 से ज्यादा एमओयू हो सकते हैं, क्योंकि कई तरह के प्रस्ताव व सुझाव आए हैं, जिन्हें क्रियान्वित किया जा सकता है।
सज रहा है शहर
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए विजयनगर स्कीम न. 54, स्कीम न. 74, स्कीम न. 78, स्कीम न. 114 पार्ट वन का माहौल अतिविशिष्ट नजर आ रहा है। ट्रैफिक अव्यवस्था का मुख्य कारण बनी विजयनगर व बापट चौराहे की बड़ी बड़ी रोटरियां हटने से चौराहा चौडा हो गया है, ट्रैफिक की सुगम स्थिति नजर आ रही है। सडक़ किनारे आकर्षक बैंच लगा दी है।
विजयनगर चौराहे पर बड़ी रोटरी के कारण पहले आमने सामने के वाहन नहीं दिखते थे लेकिन अब नजारा बिलकुल साफ है। चौराहा बहुत चौड़ा हो गया है और ट्रैफिक के लिए काफी जगह निकल आई है। आकर्षक लाइटिंग ने रौनक बढा दी है। विजयनगर से बापट चौराहे के बीच सभी फव्वारे चालू हो गए है जो रौनक और बढा रहे है।
बापट चौराहे की दो बड़ी रोटरियों के कारण ट्रैफिक का दबाव बन जाता था। बड़ी रोटरी हटाकर छोटी बना दी है, चौराहा बहुत विशाल हो गया है। फिलहाल वहां ट्रैफिक की काफी जगह है, लेफ्ट टर्न चौड़े होने तथा ठेले हटने से चौराहा काफी बड़ा हो गया है और ट्रैफिक बेहद सरल तरीके से चल रही है।