
Pregnant Women Appeal: 2 गर्भवती महिलाओं ने गांव की सड़क बनाने की गुहार, सांसद के जवाब ने बढ़ाया आक्रोश
सीधी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले के खड्डी खुर्द गांव की निवासी लीला साहू पिछले एक साल से अपने गांव तक पक्की सड़क बनवाने की मांग कर रही हैं। गांव की 10 किलोमीटर लंबी कच्ची सड़क 30 से ज्यादा गांवों को जोड़ती है, लेकिन बारिश में यह सड़क कीचड़ और गड्ढों से भर जाती है। इससे गर्भवती महिलाओं, मरीजों, बच्चों और बुजुर्गों को अस्पताल, स्कूल या शहर तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लीला साहू और एक अन्य महिला, दोनों गर्भवती हैं, ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक से सड़क की मांग की। उनका वीडियो वायरल हो गया और पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया।
लीला ने बताया कि यह समस्या 20 साल से चली आ रही है। सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने नवंबर 2024 तक सड़क बनवाने का वादा किया था, लेकिन जुलाई 2025 तक भी सड़क नहीं बनी। जब लीला ने फिर वीडियो बनाकर सवाल उठाया, तो सांसद ने जवाब दिया- *“डिलीवरी की डेट बता दो, एक हफ्ता पहले उठा लेंगे!”* इस बयान ने संवेदनशीलता की जगह उपेक्षा और तंज को उजागर कर दिया, जिससे लोगों में नाराजगी और आक्रोश फैल गया।
PWD मंत्री राकेश सिंह ने भी कहा कि विभाग के पास इतना बजट नहीं कि हर सोशल मीडिया पोस्ट पर सड़क बना दी जाए। वहीं सांसद ने सफाई दी कि सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, बारिश के बाद काम शुरू होगा, लेकिन ग्रामीणों को अब तक केवल वादे और तारीखें ही मिली हैं। गांव की 6 गर्भवती महिलाओं को हर बार अस्पताल पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, जिससे उनकी जान जोखिम में रहती है। स्कूल के बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों के लिए भी यह सड़क मुसीबत बनी हुई है, क्योंकि बारिश में एंबुलेंस या कोई वाहन गांव तक नहीं पहुंच पाता।
सरकार की योजनाओं और वादों के बावजूद खड्डी खुर्द गांव आज भी बुनियादी सड़क सुविधा से वंचित है। लीला साहू की आवाज अब पूरे क्षेत्र की आवाज बन गई है, और लोग सोशल मीडिया पर नेताओं के खोखले वादों को बेनकाब कर रहे हैं। गांववालों ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है और प्रधानमंत्री से सीधी सड़क बनवाने की मांग की है।





