Prime Minister’s Address : PM ने कहा ‘टेरर और टॉक, ट्रेड और टॉक एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं रह सकते!’

आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए हमने अपनी तीनों सेनाओं को पूरी छूट दी!

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Prime Minister’s Address : PM ने कहा ‘टेरर और टॉक, ट्रेड और टॉक एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं रह सकते!’

New Delhi : देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेरर और टॉक, ट्रेड और टॉक एक साथ नहीं चल सकते। इसी तरह पानी और खून भी एक साथ नहीं रह सकते। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) पर ही बात होगी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 22 मिनिट का संबोधन दिया।

भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद पहली बार वे देश की जनता के सामने आए। उन्होंने कहा कि बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन करता हूं। उनकी वीरता, साहस और पराक्रम को आज ये पराक्रम समर्पित करता हूं। आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं है। ये देश के कोटि कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात 7 मई के मध्य में पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन, जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोन्स ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल टेरिरिज्म की यूनिवर्सिटी रही है। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे 9-11 हो या लंदन में बम हमला हो या भारत में दशकों से जो बड़े बड़े आतंकी हमले हुए हों उन सबके तार कहीं न कहीं इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं।

 

सेनाओं को पूरी छूट दी

नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी है। आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।

 

आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति ‘ऑपरेशन सिंदूर”

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी एयरफोर्स, हमारी नेवी, हमारी बीएसएफ, भारत के सुरक्षाबल लगातार अलर्ट पर है। अब ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है। एक नया पैमाना तय कर दिया है। आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया

पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया। इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई। जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा तो भारत ने भी उसपर विचार किया।

 

हमसे पाकिस्तान की सेना ने संपर्क किया

मोदी ने कहा कि पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था। पूरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ के संपर्क किया तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत के ड्रोन्स ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी सेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया जिसका उसका अंदाजा भी नहीं था। इसलिए भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा।

 

100 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतारा

संबोधन में मोदी ने कहा कि भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकियों को मौत के घाट उतारा। आतंक के बहुत सारे आका बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें कर रहे थे। उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था, बौखला गया था और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई पर साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया।

पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों सामान्य नागिरकों के घरों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। लेकिन, इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स, पाकिस्तान की मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गए। भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर युद्ध की थी लेकिन भारत ने पाकिस्तान ने पाकिस्तान के सीने पर वार किया।