महिला व्याख्याता से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोप में प्राचार्य गिरफ्तार 

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महिला व्याख्याता से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोप में प्राचार्य गिरफ्तार 

विनोद काशिव की रिपोर्ट

जशपुर : स्कूल के प्राचार्य के द्वारा लंबे समय से स्कूल में पदस्थ महिला व्याख्याता और महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न किया जा रहा था। शिकायत मिलने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षा विभाग प्राचार्य के निलंबन हेतु प्रस्ताव भेज रहा है।

 

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर उसी स्कूल की महिला टीचर और एक अन्य महिला कर्मचारी ने यौन शोषण और छेड़छाड़ जैसे बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।

मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने शिकायत के बाद आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि उसे कोर्ट से जमानत मिल गई है।

 

बगीचा थाना क्षेत्र के शासकीय उच्चतरमाध्यमिक विद्यालय, बिमड़ा के प्राचार्य सुधीर बरला पर आरोप है कि वह लंबे समय से स्कूल की महिला व्याख्याता और एक अन्य कर्मचारी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। पीड़िताओं ने अपनी शिकायत में जो आपबीती सुनाई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। प्राचार्य लंबे समय से उन पर अश्लील फब्तियां कस रहा था।स्कूल में अकेला पाकर छेड़छाड़ और अश्लील बातें करने की कोशिश करता था।बेवजह फोन कर परेशान करता और बातों-बातों में अश्लील मुद्दों पर उतर आता था।

हद तो तब हो गई जब 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के पवित्र दिन भी आरोपी प्रिंसिपल अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। आरोप है कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उसने मौका देखकर महिला शिक्षिका के साथ छेड़छाड़ की। पीड़िताओं ने पहले इस मामले को पंचायत में भी उठाया, इस उम्मीद में कि शायद प्राचार्य का व्यवहार सुधर जाएगा, लेकिन जब उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो उन्होंने कानून का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया।

*पुलिस ने किया गिरफ्तार, शिक्षा विभाग भी एक्शन में*

प्रताड़ना से तंग आकर दोनों महिलाओं ने बगीचा थाने में आरोपी प्रिंसिपल सुधीर बरला के खिलाफ लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, अदालत में पेश किए जाने के बाद आरोपी को जमानत मिल गई।

जिला शिक्षा अधिकारी ने इसे एक बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा है कि आरोपी प्राचार्य के निलंबन का प्रस्ताव तैयार कर डीपीआई (लोक शिक्षण संचालनालय) को भेजा जा रहा है। भले ही आरोपी को कोर्ट से जमानत मिल गई हो, लेकिन विभाग अब उस पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की तैयारी में है।