कैदी की उपचार के दौरान मौत,परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लगाए लापरवाही के आरोप
बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी- केंद्रीय जेल बड़वानी में पास्को एक्ट के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी जिब्राइल पिता अलाबक्ष की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बड़वानी कलेक्टर को एक शिकायत आवेदन दिया।
मृतक कैदी की पत्नी फरीदा ने आवेदन के माध्यम से शिकायत की कि वह 4 दिन पूर्व केंद्रीय जेल बड़वानी में उनके पति से मिलने गई थी तब उनके पति को चार लोग पकड़कर मिलाने के लिए लाए थे। उस समय उन्होंने जेल प्रबंधन और पहरियो से उनका स्वास्थ्य सही ना होकर उन्हें उपचार के लिए कहीं ले जाने की बात कही थी जिसकी एक न सुनी और आज 4 दिन बाद जब वह उनके पति से पुनः जेल मिलने गई तो बताया कि तुम्हारे पति की तबीयत अत्याधिक खराब होने से वह जिला अस्पताल के आईसीयू में एडमिट है।
उन्हें कल रात से ही एडमिट किया गया। साथ ही मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया कि उनके पिता की स्वास्थ्य खराब होने की ना ही उन्हें कोई सूचना दी गई।
जब इस संबंध में जेल प्रबंधन से शिकायत की गई तो उनका कहना था कि हमने अंजड़ थाने पर कैदी की तबीयत खराब होने की सूचना देने के साथ ही परिजनों को सूचना देने का पत्र लिखा था।
वही मृतक के परिजन का कहना है कि तबीयत खराब होने की सूचना ना तो हमें जेल के माध्यम से मिली नहीं हमें अंजड़ थाने के माध्यम से प्राप्त हुई है।
अगर समय पर हमें सूचना प्राप्त होती तो हम बेहतर उपचार की व्यवस्था कर पाते।
वही इस पूरे मामले पर बड़वानी केंद्रीय जेल अधीक्षक डी एस अलावा का कहना है कि कैदी की तबीयत खराब होने पर उसे समय पर अस्पताल पहुंचाया गया था। साथ ही संबंधित थाने और परिजनों को इसकी सूचना दी गई थी तभी परिजन आज सुबह से जेल पहुंच गए थे