Prisoners Escape from Jail : हरिद्वार जेल की रामलीला में वानर बने 2 कैदी सीता की खोज में गए तो वापस नहीं लौटे!

22 फीट ऊंची दीवार सीधी लगाकर फांदकर भाग गए!

533

Prisoners Escape from Jail : हरिद्वार जेल की रामलीला में वानर बने 2 कैदी सीता की खोज में गए तो वापस नहीं लौटे!

Haridwar : हरिद्वार के रोशनाबाद जेल से 2 कैदियों के फरार होने की घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। हर साल की तरह इस बार भी जेल में रामलीला का मंचन किया जा रहा था। शुक्रवार रात चौंकाने वाली घटना हुई, जब वानर का किरदार निभा रहे दो कैदी मौका पाकर जेल से फरार हो गए। जेल 8 से 10 एकड़ में फैली है और यहां करीब 1400 कैदी बंद हैं।

रामलीला के दौरान जेल में चल रहे निर्माण कार्य का फायदा उठाते हुए उन्होंने सीढ़ी का इस्तेमाल किया और दीवार फांदकर भाग निकले। यह घटना उस समय हुई, जब रामलीला में माता सीता की खोज का दृश्य चल रहा था। इसमें वानरों का समूह शामिल होता है। वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। मौका मिलते ही दोनों निर्माणाधीन बैरक के पास पहुंचे और वहां रखी सीढ़ी से 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग गए। जेल के अफसरों को घटना का पता उस वक्त चला, जब कैदियों को गिनती हुई।

 

रामलीला देखने वालों को अंदाजा नहीं हुआ

जेल में उपस्थित सभी लोग रामलीला देख रहे थे, इस कारण किसी को अंदाजा नहीं हुआ कि वानर का किरदार निभा रहे कैदी फरार हो रहे हैं। फरार हुए कैदियों की पहचान रुड़की निवासी पंकज और उत्तर प्रदेश के गोंडा निवासी राजकुमार के रूप में की गई। पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, जबकि, राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन कैदी है। बताया गया कि कैदियों की एक्टिविटी कई दिनों से संदिग्ध लग रही थी। वह कई दिनों से फरार होने की फिराक में थे।

हरिद्वार जेल में 4 सालों से रामलीला हो रही है। इसमें मंचन करने वाले सभी जेल के कैदी होते हैं। इसके लिए जेल प्रशासन कैदियों को रिहर्सल करवाता है। इसके बाद नवरात्रि पर्व पर रामलीला का आयोजन होता है। रामलीला करीब 10 दिनों तक चलती है।

 

जेल प्रशासन में हड़कंप

कैदियों के भागने के बाद जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए गए। यह जेल में चल रहे निर्माण कार्य और रामलीला के आयोजनों के बीच निगरानी में ढील की बात भी सामने आ रही है। प्रशासन ने घटना के बाद पूरे जेल परिसर और आसपास के इलाके में सतर्कता बढ़ा दी।

फरार कैदियों की तलाश के लिए पुलिस का खोज अभियान शुरू किया गया है। जिसमें कई टीमों को लगाया गया, ताकि कैदियों को जल्द पकड़ा जा सके। इस घटना ने जेल प्रशासन की कार्य प्रणाली पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए। हरिद्वार डीएम कर्मेंद्र सिंह और एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने जेल का निरीक्षण किया। डीएम ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कैदी जेल परिसर से कैसे फरार हो गए। डीएम ने इसे जेल प्रशासन की लापरवाही बताया। कहा कि इसकी विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी। सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों कैदियों की तलाश की जा रही है।