राजस्थान में प्रियंका गाँधी की हूंकार- जनता से कहा मोदी सरकार से पूछों इतनी महँगाई क्यों हैं?

राजस्थान में प्रियंका गाँधी की हूंकार- जनता से कहा मोदी सरकार से पूछों इतनी महँगाई क्यों हैं?

राजस्थान में प्रियंका गाँधी की हूंकार- जनता से कहा मोदी सरकार से पूछों इतनी महँगाई क्यों हैं?

जयपुर/नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राजस्थान विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश में अपनी पहली चुनावी रैली में हूंकार भरते हुए केन्द्र की मोदी सरकार पर जम कर प्रहार किया और जनता से कहा कि वे मोदी सरकार से पूछें कि देश में इतनी महँगाई क्यों हैं? अपने आपको धरती पुत्र कहलाने वाले मोदी आज ग़रीबों के बजाय अमीरों के साथ क्यों खड़े है?

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक के निकट निवाई कस्बे में एक महती आमसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज़ोरदार सियासी हमले किए।उन्होंने लोगों को सचेत किया कि वे राजस्थान में गहलोत सरकार रीपिट करें अन्यथा भाजपा जनहित में चलाई जा रही सारी योजनाएँ बंद कर देंगी।उन्होंने कहा कि जो प्रधानमंत्री अपने आप को भूमि पुत्र कहते थे वो आज करोड़ों के काफिले में चल रहे हैं तथा गाहें बहायें अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुँचाने के प्रयासों के जुटे हुए हैं ।

प्रियंका गाँधी ने प्रदेश की जनता से जुड़ने अपने भाषण की शुरुआत राजस्थानी भाषा में सम्बोधन से की । साथ ही स्थानीय लोगों के आस्था के केन्द्र डिग्गी कल्याणजी और धन्ना भगत के जयकारे भी लगवाए।

प्रियंका गाँधी ने गहलोत सरकार की तारीफ़ों के पुल भी बांधे और कहा कि महंगाई से आमजन को राहत दिलाने के लिए राजस्थान सरकार महँगाई राहत शिविर लगा उन्हें पाँच सौ रु में गैस सिलेंडर, 25 लाख तक मुफ़्त चिकित्सा सुविधा, कर्मचारियों को ओल्ड पेन्शन सुविधा,ग़रीबों को राशन के साथ तैल और मसाले सहित दस बड़ी गारंटियाँ दे रही है । गहलोत सरकार ने सामाजिक सुरक्षा की बेहतरीन योजनाएं दी हैं। यहां महिलाओं को इंटरनेट कनेक्शन के साथ निःशुल्क मोबाइल मिल रहें है,जबकि देश में आज महंगाई चरम सीमा पर है। गैस सिलेंडर एक हजार रु.का है, इसे गरीब आदमी कैसे खरीदेगा ?उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार जनता को उनका हक दें रही है। आज मैं एक लड़की से मिली, जिसके हाथ में मोबाइल था। उसने कहा कि मुझे गहलोत सरकार ने दिया है।

राजस्थान में प्रियंका गाँधी की हूंकार- जनता से कहा मोदी सरकार से पूछों इतनी महँगाई क्यों हैं?

प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा अपने उद्योगपति मित्रों को आगे रख देश की परिसंपत्तियां उन्हें दे रहें हैं के हितों और जनता को पीछे रख रहें हैं । वे आपकी जरूरतों और समस्याओं को हल करने का कोई जरिया नहीं ढूँढ रहें है। उनकी ग़लत नीतियो से प्रदेश सरकारों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। पीएम जब असली मुद्दों की बात आती है तो जाति और धर्म को आगे ले आते हैं।
प्रियंका गाँधी ने जी-20 की मीटिंग को लेकर कहा कि वहां आज बारिश से जो हालात हुए है , लगता है जो देशवासी नहीं कह पाए वो भगवान ने कह दिया कि इतना घमंड ठीक नहीं है। प्रियंका ने पीएम पर आरोप लगाते हुए कि वे विदेश में जाकर अपने उद्योगपति मित्रों के लिए डील करते हैं। भाजपा की नीतियां केवल अमीरों को आगे बढ़ाने में है, उनके पास गरीब और मिडल क्लास के लिए कुछ नहीं है जबकि गहलोत सरकार का ध्यान केवल आपके विकास और आगे बढ़ाने पर है।मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर 32 लाख करोड़ रु बड़ी-बड़ी महफिलों में खर्च करते हैं तो जनता के लिए पैसा कहां से बचेगा।

कांग्रेस महा सचिव ने कहा कि यह चुनाव राजनीतिक दलों के मध्य का चुनाव नहीं है, यह चुनाव आपके भविष्य का चुनाव है। जैसे ही भाजपा की सरकार राजस्थान में वापस आएगी, आपकी सारी स्कीम बंद कर देगी और जनहित के काम भी बंद हो जायेंगे,फिर भी अगर आप गहलोत सरकार को वोट नहीं देंगे तो खुद का ही नुकसान करेंगे।

उन्होंने कहा कि लोग सत्ता में आते ही भूल जाते हैं, उन्हें सत्ता में कौन लाया है।
उन्होंने कहा- दो तरह के नेता होते हैं। एक नेता होता है, जो सेवा को ही परम धर्म समझता है और दूसरा अहंकार और घमंड रखता है।आप ऐसे नेता चुनिए, जिनमें जनता के प्रति श्रद्धा हो। ऐसे नेता चुनिए जो आपकी मुश्किलें नहीं बढ़ाए, जो आपकी मुश्किलें कम करें। आप कांग्रेस की सरकार को फिर चुनिए।उम्मीद है आप चुनाव के वक्त ये बातें याद रखेंगे।

मोदी शाह गांधी परिवार से डरे हुए हैं

इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने फैसले लेने में कमी नहीं छोड़ी है। हमने बजट में जो घोषणाएं की थी उन सभी को लागू कर दिया है। इस बार माहौल ऐसा बन गया है कि लगता है सरकार रिपीट होगी।मनरेगा ने पीएम की बोलती बंद कर दी है ।

हमने यूपीए के काल में अधिकार आधारित युग की शुरुआत की। राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून की दिशा में काम किया। केंद्र सरकार भी ऐसे कानून बनाए।

गहलोत ने कहा कि मैं मोदी और अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि वे गांधी परिवार से डरे हुए क्यों रहते हैं? उन्हें बार-बार गांधी परिवार का नाम लेने की जरूरत क्यों पड़ती है। कांग्रेस और गांधी परिवार ने देश लिए कुर्बानियां दी हैं। जनता उस बात को अब समझ चुकी है।

पायलट ने की नौजवानों की पैरवी
सभा में सचिन पायलट ने कहा कि हमें आने वाले वक्त में नौजवानों को मंच देना होगा। संगठन से इसकी शुरुआत हो गई है। कुछ हफ्ते पहले राहुल गांधी जी राजस्थान आए थे। गांधी परिवार को यहां की जनता दिल से चाहती है। प्रियंका जी ने हिमाचल और कर्नाटक चुनावों में प्रचार किया था तो वहाँ कांग्रेस की सरकार बनी, यहां भी कांग्रेस की सरकार ही बनेगी।राजस्थान सरकार ने साढे़ चार साल में कांग्रेस के घोषणा-पत्र के हिसाब से काम किया है।

रंधावा ने कहा कांग्रेस देश के लिए कुर्बानियां देने वाली पार्टी

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सूखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि कांग्रेस के लोग असली देशभक्त हैं। कांग्रेस ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं। बीजेपी वाले पूछते हैं कि 70 साल में क्या हुआ लेकिन आज देश जिस मुक़ाम पर खड़ा है वह कांग्रेस की देन है।इनका तो आजादी के वक्त जन्म भी नहीं हुआ था। केंद्र सरकार प्रतिपक्ष को डराने की कौशिश करती है लेकिन हम जब हम से नहीं डरे तो इनसे क्या डरेंगे। हम सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी से कहा डरने वाले हैं?

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रियंका गाँधी के हाथों इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत करवा प्रदेश में चुनावी वर्ष ने एक नया राजनीतिक संदेश दिया है।
अब तक यह योजना शहरों में ही चल रही थी जिसके तहत लोगों को मात्र आठ रुपए में खाना मिल रहा था । गहलोत ने अब गांवों में भी इंदिरा रसोई का सस्ता खाना उपलब्ध करवा लोगों का दिल जीता है। चुनावी साल में कस्बों ओर गांवों में भी शहरों की तरह सिर्फ़ आठ रुपए में खाने की योजना लागू किए जाने को आने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए सियासी फायदे के हिसाब से गहलोत सरकार का बहुत अहम फैसला माना जा रहा है।

सचिन पायलट के सीडब्ल्यूसी मेंबर बनने के बाद उनके इलाक़े में प्रियंका गाँधी की यह पहली रैली थी। प्रियंका को पायलट के बड़े पैरोकार नेताओं में माना जाता है। लेकिन सचिन के विदेश में होने के बावजूद जनसभा को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने अपनी पूरी ताक़त लगा कर गाँधी परिवार तक यह सन्देश पहुँचाया कि उनकी गहरी प्रतिबद्धता पार्टी और उनके प्रति है,बाकी सभी बातें गौण हैं।सभा मंच पर प्रियंका गाँधी के एक ओर गहलोत और दूसरी ओर डोटासरा बैठें थे। राजनीतिक जानकारों ने गहलोत और प्रियंका के मध्य आपस में कई बार हुई बातचीत के भी गहरे मायने निकाले । इस सभा से प्रदेश की प्रदेश की कांग्रेस में कई सियासी संदेश गए हैं। जनसभा में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ,सचिन पायलट और अन्य नेताओं के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ एक ही मंच पर मौजूद रहने से भी पार्टी कार्यकर्ताओं में अच्छा सन्देश गया है।इसके पहले राहुल गाँधी की मानगढ रैली में भी यें सभी नेता एक मंच पर मौजूद थे।अब यह देखना दिलचस्प होंगाकि आने वाले समय में इनके मध्य संवाद और समन्वय की डोर कितनी अधिक मजबूत तथा सार्थक रहेंगी।

Author profile
गोपेंद्र नाथ भट्ट
गोपेंद्र नाथ भट्ट

गोपेंद्र नाथ भट्ट सम-सामयिक विषयों के लेखक और सूचना एवं जनसंपर्क के क्षेत्र में एक जाने पहचाने नाम और लेखनी के सशक्त हस्ताक्षर है ।

भट्ट राजस्थान के कई मुख्य मंत्रियों जिसमें पूर्व उप राष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत, वर्तमान मुख्य मंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे और दिवंगत मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी सहित प्रदेश के दस-ग्यारह मुख्यमंत्रियों के पीआरओ और प्रेस अटेची रहे है ।भट्ट के देश-विदेश और प्रदेश के सभी जाने माने पत्रकारों और अन्य सभी मीडिया जनों से हमेशा अत्यन्त मधुर सम्बन्ध रहें है।अपनी कार्य कुशलता और व्यवहार से भट्ट ने एक श्रेष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में अपनी छाप छोड़ी । उन्हें पत्रकारिता और जनसम्पर्क के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कई प्रतिष्ठित अवार्ड भी मिलें हैं।

भट्ट ने सरकारी सेवा से निवृत होने के बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री महोदय के सीनियर मीडिया कसलटेंट के रूप में अपनी सेवाएं दी। साथ ही वे भारतीय उद्यमिता संस्थान,अहमदाबाद के अधिशासी अधिकारी भी रहें। वर्तमान में भट्ट कई जाने माने प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक संस्थानों के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी की कई सामाजिक-सांस्कृतिक एवं समाजसेवी और प्रवासियों से संबद्ध संस्थाओं से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए है ।

भट्ट सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, राजस्थान के वरिष्ठतम अधिकारी रहे है तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों और संभाग में सेवाएं देने के साथ ही एक मात्र ऐसे अधिकारी रहे है जिन्होंने लगातार 25 वर्षों तक राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भिन्न-भिन्न दलों की सरकारों के मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया । साथ ही पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल सहित कई राज्यपालों और देश प्रदेश के अनेक लब्ध-प्रतिष्ठित प्रशासनिक अधिकारियों को भी अपनी सेवाएं दी।

दिल्ली पद स्थापन के दौरान भट्ट राजस्थान संवाद के अधिशासी निदेशक भी रहें।इसके अलावा वे दिल्ली में राज्यों के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारियों की संस्था “सिप्रा” के दो बार निर्विरोध अध्यक्ष और पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ओफ़ इंडिया (पीआरएसआई ) के विभिन्न पदों पर भी रहे।

भट्ट का जन्म और शिक्षा दीक्षा दक्षिणी राजस्थान के ऐतिहासिक नगर डूंगरपुर में हुई । उनके पिता भट्ट कांतिनाथ शर्मा बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय से स्नातक और संस्कृत,हिन्दी और अंग्रेज़ी के प्रकाण्ड विद्वान थे। वे देश के प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवती राजाजी राज गोपालाचारी के सहयोगी एवं भाषण अनुवादक रहने के अलावा राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डूंगरपुर महारावल लक्ष्मण सिंह के जीवन पर्यन्त राजनीतिक सचिव रहें । साथ ही तत्कानीन स्वतंत्र पार्टी की राजस्थान प्रदेश इकाई के महामंत्री तथा जयपुर की महारानी गायत्री देवी के राजनैतिक गुरु भी रहें । उन्हें गायत्री देवी को राजनीति में लाने का श्रेय भी मिला ।भट्ट अंतर राष्ट्रीय न्यायालय हेग के अध्यक्ष डॉ नागेन्द्र सिंह के विश्वस्त सहयोगी और भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह डूंगरपर और उनके सभी भाई बहनों के प्रारम्भिक शिक्षक भी रहें।उन्हें राज परिवार के सदस्य स्नेहपूर्वक मास्टर साहब पुकारते थे।