Priyanka’s Meeting in Gwalior Today : सिंधिया के गढ़ में आज प्रियंका गांधी की जन आक्रोश रैली!

कांग्रेस का 34 सीटों पर दांव, दलित वोटों पर ज्यादा फोकस!

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Priyanka’s Meeting in Gwalior Today : सिंधिया के गढ़ में आज प्रियंका गांधी की जन आक्रोश रैली!

Gwalior : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अब पूरे दमखम के साथ चुनावी रण में उतर चुकी हैं। महाकौशल के बाद प्रियंका गांधी ग्वालियर-चंबल इलाके को साधने के लिए आज शुक्रवार को पहुंच रही हैं। वे जनसभा को संबोधित करने से पहले रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी।

विधानसभा चुनाव के नजरिए से इस बार ग्वालियर-चंबल का इलाका कांग्रेस के लिए फोकस बना हुआ है। क्योंकि, ये कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामकर कमलनाथ की सरकार गिराने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है। सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद ग्वालियर-चंबल इलाके पर कांग्रेस की नजर है। ऐसे में प्रियंका गांधी का रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से ग्वालियर-चंबल इलाके में कांग्रेस के चुनावी अभियान शुरू करने के पीछे कई सियासी मकसद है।

इस तरह प्रियंका ने सीधे ज्योतिरादित्य सिंधिया को टारगेट करने की रणनीति बनाई है और रानी लक्ष्मीबाई के प्रति अपना समर्पण दिखाकर सिंधिया परिवार को निशाने पर रखने की रणनीति है।

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कांग्रेस बार-बार रानी लक्ष्मीबाई के प्रति आसक्ति दिखाकर सिंधिया की दुखती रग पर हाथ रखती रहती है। प्रदेश में 15 साल के बाद 2018 में सत्ता में लौटी कांग्रेस के 15 महीने में बेदखल होने का दर्द कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के सभी नेताओं को है। यही वजह है कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सीधे निशाने पर लेने से नहीं चूकते। इतना ही नहीं सिंधिया और उनके समर्थकों को पार्टी से बगावत करने के चलते कांग्रेसी नेता उन्हें गद्दार की संज्ञा भी देते आ रहे हैं।

सिंधिया राजवंश के शासकों पर 1857 की क्रांति के दौरान रानी लक्ष्मीबाई का सहयोग न करने और अंग्रेजों के साथ देने का आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी खेमे में खड़े हैं तो कांग्रेस भी अब सीधे उन्हें टारगेट पर लेने जा रही हैं। ग्वालियर-चंबल इलाके में प्रियंका गांधी एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी। प्रियंका की सभा में बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं को जुटाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।

कांग्रेस की रणनीति प्रियंका गांधी के जरिए सिंधिया के गढ़ में अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाकर बीजेपी को बैकफुट पर ढकेलने की है। इसीलिए प्रियंका गांधी के कार्यक्रम की रूप रेखा में रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल जाकर माल्यार्पण करने की है। उसके बाद रैली को संबोधित करने की है।

ऐसे में साफ है कि प्रियंका गांधी रानीलक्ष्मी बाई के जरिए सिंधिया परिवार को फिर से कठघरे में खड़े करने की कोशिश करेंगी और 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा बगावत करने का भी जिक्र कर सकती हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तो पहले ही कह चुके हैं कि सिंधिया का 1857 में गढ़ ढह गया था और अब एक बार फिर गढ़ ढहने वाला है।

सभा के लिए कांग्रेस की तैयारी
ग्वालियर की आज की जन आक्रोश रैली के लिए प्रदेश और जिला कांग्रेस ने प्रियंका गांधी के स्वागत की अभूतपूर्व तैयारियां की है। पूरा ग्वालियर शहर प्रियंका गांधी और कमलनाथ के बैनर पोस्टर और होर्डिंग से भरा है। इस सभा में एक लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। 12 जून को महाकौशल क्षेत्र के जबलपुर में प्रियंका गांधी ने की थी विजय शंखनाद रैली उसके बाद यह ग्वालियर चंबल क्षेत्र में दूसरी बड़ी रैली।

ग्वालियर चंबल संभाग में विधानसभा चुनाव अभियान के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होगी। आशा है कि प्रियंका चुनाव अभियान को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती हैं।

हजारों वाहनों का इंतजाम
10 हजार से अधिक बसों से कार्यकर्ता ग्वालियर के मेला ग्राउंड सभा स्थल पहुंच पर पहुंचेंगे। किसान 5 हजार ट्रैक्टरों से आएंगे। 20 हजार से अधिक कार और जीप से पूरे प्रदेश से कार्यकर्ता ग्वालियर पहुंचे हैं।
एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी का स्वागत करेंगे कमलनाथ और अन्य वरिष्ठ नेता करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रभारी महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह और मीडिया प्रभारी केके मिश्रा सहित बड़े नेताओं ने 3-4 दिन से ग्वालियर में डेरा डाल रखा है।