Problem in Promotion: IPS बने 15 साल फिर भी DIG पदोन्नति में अड़चन!

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IPS Reshuffle

Problem in Promotion: IPS बने 15 साल फिर भी DIG पदोन्नति में अड़चन!

भोपाल: वर्ष 2010 और 2011 बैच के IPS अफसरों को DIG के पद पर पदोन्नति पाने में मुश्किल आने वाली है। दरअसल इस पर के दावेदार डेढ़ दर्जन अफसर हैं, लेकिन खाली पदों की संख्या इतनी नहीं है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में SP से DIG बनाए जाने के लिए केंद्र से विशेष अनुमति लेना होगी। केंद्र को प्रस्ताव भेजे जाने को लेकर पुलिस मुख्यालय तैयारी कर रहा है।

वर्ष 2010 बैच के 11 अफसरों को 14 साल से ज्यादा हो गए हैं। जबकि नियमानुसार 14 साल में इन अफसरों को DIG बन जाना था, लेकिन प्रदेश में डीआईजी के पद कम होने के चलते इन्हें पदोन्नति नहीं मिल सकी। 2010 के कुछ अफसरों को एक जनवरी 2024 में पदोन्नति मिल गई थी। ये वे अफसर थे जो सीधे IPS बने थे, जबकि इसी बैच के 11 अफसर राज्य पुलिस सेवा से IPS बने हैं। पदोन्नति पाकर आईपीएस बने अफसरों की पदोन्नति नहीं हो सकी थी।

ये पद होंगे खाली

एक जनवरी 2025 की स्थिति में प्रदेश पुलिस में पांच अफसर डीआईजी से आईजी बनेंगे। इनकी जगह पर वर्ष 2010 के पांच अफसरों को डीआईजी बनाया जा सकता है। जबकि इस दौड़ में वर्ष 2010 के 11 अफसर और वर्ष 2011 के सात अफसर शामिल हैं। ऐसे में अब पदोन्नति कितने अफसरों को मिलेगी, यह प्रदेश सरकार और केंद्र पर निर्भर करेगा। हालांकि पुलिस मुख्यालय का प्रस्ताव है कि सभी को समय पर पदोन्नति मिल जाए।

ये अफसर हैं

वर्ष 2010 बैच के एसएसपी रेडियो विजय खत्री, एसपी अशोक नगर विनीत कुमार जैन, एसपी धार मनोज सिंह, एआईजी पीएचक्यू राकेश कुमार सिंह, राजेश सिंह चंदेल कमांडेंट 25 वीं वाहिनी भोपाल, शशींद्र चौहान कमांडेंट 32 वीं वाहिनी उज्जैन, राकेश कुमार सगर कमांडेंट दूसरी वाहिनी ग्वालियर, भगत सिंह बिरदे कमांडेंट कमांडेंट 3 वीं वाहिनी धार, आरएस बेलवंशी एआईजी विजिलेंस, किरणलता केरकट्टा एआईजी महिला सुरक्षा शाखा, मनोज कुमार राय एसपी खंडवा इन अफसरों को एक जनवरी 2024 में 14 साल हो गए, लेकिन पद की कमी के चलते ये डीआईजी नहीं बन सके।
इनके अलावा वर्ष 2011 बैच के रियाज इकबाल डिप्टी कमीश्नर जोन तीन भोपाल, एसपी जबलपुर आदित्य प्रताप सिंह, एसपी रेल भोपाल राहुल लोढ़ा,एसपी रेल जबलपुर सिमाला प्रसाद, एसपी भिंड असीत यादव, कमांडेंट 9वीं वाहिनी रीवा सुशील रंजन सिंह और डिप्टी कमीश्नर भोपाल यातायात संजय कुमार सिंह एक जनवरी 2025 को 14 साल हो जाएंगे और ये अफसर भी डीआईजी की पदोन्नति के लिए पात्र हो जाएंगे।

प्रदेश में कुछ सालों पहले तक डीआईजी की भारी कमी रहती थी, लेकिन अब इस पद पर अफसरों की भरमार हो गई है। प्रदेश में इस वक्त 43 अफसर डीआईजी हैं। प्रदेश में इतनी संख्या में डीआईजी होने के चलते वर्ष 2010 के 11 अफसर आईपीएस के 14 साल पूरे होने के बाद भी डीआईजी नहीं बन सके। जबकि उनके राज्य पुलिस सेवा में उनके बैच के अफसरों को डीआईजी बने एक साल पूरा हो चुका है और ये 11 अफसर अपने ही साथियों से पदोन्नति पाने में पिछड़ गए हैं। स्थित यह है कि इस बार भी कितने अफसर डीआईजी हो पाएंगे। इसका जवाब पुलिस मुख्यालय के अफसरों के पास नहीं हैं। यदि प्रदेश में वर्ष 2011 बैच के अफसरों को एक जनवरी 2025 में पदोन्नति मिलती है तो प्रदेश में डीआईजी की संख्या 50 पार कर जाएगी।