Protest on EVM Issue in Delhi : EVM मुद्दे पर धरना देते दिग्विजय सिंह को दिल्ली में गिरफ़्तार किया गया!
उन्होंने कहा कि ‘दिन पहले इस शांति पूर्ण धरने की मंजूरी दी गई फिर निरस्त किया गया!’
New Delhi : ईवीएम को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब EVM के खिलाफ सड़क पर आ गए। वे दिल्ली में ईवीएम के खिलाफ हो रहे धरने में शामिल होने पहुंचे। ये धरना ‘ईवीएम हटाओ मोर्चा’ की तरफ से था। धरने की अनुमति नहीं होने की वजह से जंतर-मंतर से पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
दिग्विजय सिंह धरने के लिए जमा लोगों को लेकर यूथ कांग्रेस के दिल्ली कार्यालय में पहुंचे और वहीं प्रदर्शन शुरु कर दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ईवीएम पर हम 2018 से सवाल उठा रहे हैं। अब इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे। बाद में दिल्ली पुलिस ने ईवीएम के विरोध में प्रदर्शन करने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
ईवीएम के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुए धरना को ‘मेरी पर्ची मेरा अभियान’ नाम दिया गया है।
दिग्विजय सिंह धरने के लिए पहुंचे लोगों को लेकर युवक कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और फिर वहां धरना शुरु हुआ। धरना निरस्त करने पर उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि ‘इस धरने की मंजूरी ली गई थी। लेकिन, दो दिन पहले इस शांति पूर्ण धरने की मंजूरी को निरस्त कर दिया गया है।’
उन्होंने सवाल किया कि ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार इतनी घबराती क्यों है। घबराकर मंजूरी निरस्त कर दी गई। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को भी इसका नोटिस लेना चाहिए, अब ईवीएम हटाओ देश बचाओ अभियान गाव गांव तक पहुंच रहा है।
माननीय श्री दिग्विजय सिंह और मुझे सहित सैकड़ों साथियों को ईवीएम के ख़िलाफ़ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए यूथ कांग्रेस कार्यालय से गिरफ़्तार करके पार्लियामेंट थाने पर रखा है।
@ANI @PTI_News @INCIndia @digvijaya_28 @aajtak pic.twitter.com/dYtzRTWY1Y— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) February 22, 2024
चुनाव आयोग की निष्पक्षता संदिग्ध
मीडिया से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहली बात तो ये है कि यह आज का मुद्दा नहीं है। 2018 में एआईसीसी के सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ था। राजनीतिक प्रस्ताव में ये उल्लेख किया गया था जनमानस में ईवीएम के द्वारा चुनाव कराने में लोगों को शका है। इसलिए हम मांग करते हैं कि चुनाव मतपत्रों से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जब भी प्रश्न पूछते हैं चुनाव आयोग मैन्युअल लोकतंत्र में जनता के बीच जाएंगे। चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर संदेह होने लगा है। बीएल मशीन बनाती है उसके चार डायरेक्टर बीजेपी के नेता हैं। उन्होंने कहा कि अब इस मुद्दे को लेकर हम गांव गांव जाएंगे।
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