

Protocol Dispute : CJI गवई की प्रोटोकॉल संबंधी आपत्ति से उपराष्ट्रपति भी सहमत, बोले कि मैं भी इससे पीड़ित!
New Delhi : भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई के प्रोटोकॉल संबंधित विचारों को दोहराते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। धनखड़ ने यह भी कहा कि वह भी प्रोटोकॉल के पीड़ित हैं। इससे पहले सीजेआई गवई ने रविवार को इस बात को लेकर नाराजगी जताई थी कि महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक या मुंबई पुलिस आयुक्त, गवई के शीर्ष न्यायिक पद पर पदोन्नत होने के बाद राज्य के उनके पहले दौरे के दौरान उनका स्वागत करने के लिए मौजूद नहीं थे।
चीफ जस्टिस के तौर पर 14 मई को शपथ लेने वाले न्यायमूर्ति गवई महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचे थे। इस मुद्दे पर काफी बवाल भी हुआ।
दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोमवार को धनखड़ ने कहा कि आज सुबह उन्हें देश में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण बात याद आई। यह मेरे बारे में नहीं है। हमें प्रोटोकॉल में विश्वास करना चाहिए। धनखड़ ने एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि देश के मुख्य न्यायाधीश ने प्रोटोकॉल को बहुत महत्व दिया। जब उन्होंने यह संकेत दिया, तो यह व्यक्तिगत नहीं था, यह उनके पद के लिए था, और मुझे यकीन है कि यह बात सभी को ध्यान में रखनी चाहिए।
इस दौरान धनखड़ ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरों के बगल में उपराष्ट्रपति की तस्वीर नहीं होने को लेकर दुख भी जताया। सोमवार को उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि आपने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीर देखी होगी, लेकिन उपराष्ट्रपति की नहीं। अपना कार्यकाल खत्म होने पर मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मेरे उत्तराधिकारी की तस्वीर जरूर हो।