प्रदेश में पहली बार हो रहा महिला पशु चिकित्सको का प्रांतीय अधिवेशन
भोपाल. प्रदेश में पहली बार महिला पशु चिकित्सकों का प्रांतीय अधिवेशन होने जा रहा है। दो मार्च से शुरू होने वाले इस अधिवेशन में महिलाओं का जहां पशुओं के प्रति नैसर्गिक महत्व एवं सहिष्णुता के चलते महिलाओं में पशुपालन के प्रति बढ़ते रूझान को बताया जाएगा, वहीं महिला पशु चिकित्सकों को जमीनी स्तर पर हो रही कठिनाईयों का संज्ञान लेते हुए इस सम्मेलन के माध्यम से उनकी समस्याओं और उसके समाधान पर मंथन किया जाएगा। यह आयोजन प्रांतीय राजपत्रित पशु चिकित्ससक संघ मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है। आयोजन पशुपालन एवं डेयरी संचालनालय वैशाली नगर भोपाल में होगा।
महिला पशु चिकित्सकों के इस सम्मेलन को आयोजित करवाने में संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज गौतम और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र शर्मा का विशेष योगदान है। इनके साथ प्रांतीय राजपत्रित पशु चिकित्सक संघ और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद द्वारा तय किया गया कि पशु चिकित्सकों के अधिवेशन तो होते रहेते हैं, लेकिन महिला पशु चिकित्सकों का अधिवेशन अब तक नहीं हुआ है। फिल्ड में उन्हें काम करने के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनकी समस्याएं जानने और उसका हल निकालने के साथ ही पशुओं के प्रति महिलाओं का अति संवेदनशील होने का संदेश भी लोगों के बीच में पहुंचे इसके चलते इस अधिवेशन को आयोजित करने का तय किया गया।
अधिवेशन में प्रदेश की आर्थिक उन्नति में महिला चिकित्सकों के द्वारा दिए जा रहे योगदान को भी रेखांकित किया जाएगा। महिला पशु चिकित्सकों को फिल्ड में आने वाली समस्याओं और उनके समाधान का अलग से चार घंटे का विशेष सत्र इसमें रहेगा। हालांकि इस अधिवेशन के मुख्य विषय महिला पशु चिकित्सकों की पशुपालको के सशक्तिकरण एवं ग्रामीण उद्यमिता विकास में उनकी भूमिका रहेगा। साथ ही प्रदेश में महिला पशु चिकित्सकों द्वारा प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला जाएगा।