Public Complaints : नगर निगम में शिकायतों का अंबार लगा, आंकड़ा 4 हजार के करीब!
Indore : नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही जगजाहिर है। ये अधिकारी और कर्मचारी इतने लापरवाह है कि शिकायतों के बाद भी समस्या का निराकरण करने में रुचि नहीं दिखाते। इस कारण लगातार शिकायतें बढ़ रही है। वर्तमान में नगर निगम संबंधित ड्रेनेज सीवरेज पीने के पानी और अन्य शिकायतों की संख्या 4000 के करीब पहुंच चुकी।
इनमें सबसे अधिक शिकायतें सीवरेज और पीने के पानी की है। बारिश का मौसम होने के कारण नलों में गंदा पानी आने की शिकायत भी लगातार बढ़ रही है। हालांकि, गंदा पानी आना सिर्फ बारिश के कारण ही नहीं शुरू हुआ, बल्कि कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां नलों में वर्ष भर गंदा पानी आता है और निगम अधिकारी इस समस्या को दूर करने में रुचि नहीं दिखाते हैं। जानकारी अनुसार सैकड़ों शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी दर्ज हैं।
इनमें से अधिकांश लेवल 4 पर पहुंच चुकी है। इसका कारण यह है कि निचले स्तर के अधिकारी मनमर्जी कर शिकायतों को या तो बंद कर देते हैं या निराकरण में ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। सबसे अधिक शिकायतें पेयजल, सीवरेज, भवन अनुज्ञा, सफाई, अतिक्रमण और सिविल शाखा में दर्ज हैं। निगम के कुल 23 विभागों में सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज होती हैं। इन दिनों फिर पेयजल में शिकायतें बढ़ी हैं।
हालांकि गर्मी के मौसम में जो आंकड़े थे उनसे कम शिकायतें दर्ज हैं। पेयजल में गंदे पानी की लगभग 1 हजार शिकायतें दर्ज हैं। इसी तरह सीवरेज में 809, भवन अनुज्ञा में 390, सफाई में 449, अतिक्रमण में 284, भवन अनुज्ञा में 390 शिकायतें दर्ज हैं। इसके अलावा सिविल में भी 274 शिकायतें हैं। एप में कुल शिकायतें करीब 3800 हैं। इसमें लेवल 1 में सबसे अधिक 2080 शिकायतें हैं, जबकि लेवल 4 में 459 शिकायतें दर्ज हैं। आयुक्त शिवम वर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिकायतों के निराकरण में लापरवाही न बरतें ऐसा होने पर संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई के संकेत भी आयुक्त ने दिए हैं।