खाद्य पदार्थों में मिलावट के अपराधियों को करें दण्डित: मुख्यमंत्री श्री चौहान

खाद्य सुरक्षा प्रशासन में उज्जैन, बुरहानपुर, इंदौर और भोपाल का श्रेष्ठ कार्य के लिए चयन

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भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खाद्य पदार्थों में मिलावट गंभीर अपराध है। इसे रोकने के लिए पुलिस, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन मिलकर सख्त कार्यवाही करें। मिलावट से मुक्ति अभियान जारी रहे। दोषियों के विरूद्ध अर्थदण्ड अधिरोपित हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज कलेक्टर्स-कमिश्नर्स कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

अर्थदण्ड लगाएं, पंजीयन निलंबित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा उद्देश्य यही है कि लोगों को शुद्ध सामग्री मिले और दोषियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएं। जहरीली शराब का विक्रय करने वाले नर पिशाच हैं। इनकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट करने के दोषी व्यक्तियों से अर्थदण्ड की वसूली की जाए। इनके लायसेंस और पंजीयन भी निलंबित किए जाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मिलावट के विरूद्ध संचालित अभियान, नागरिकों को दिखना भी चाहिए। इससे आमजन के मन में विश्वास जागृत होता है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों के मुद्दे पर सरकार मजबूती से काम कर रही है।

प्रदेश भर में हो रही है मिलावटियों पर कार्यवाही

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों से संबंधित अपराधों पर ठोस कार्यवाही करने वाले जिलों ग्वालियर, इंदौर, मुरैना और खरगौन को बधाई दी। ग्वालियर में गत दो माह में 11 मिलावट खोरों से 15.50 लाख का माल जब्त कर उन पर 3.32 लाख का अर्थदण्ड लगाया गया। इंदौर में 14 प्रकरणों में 12.30 लाख का अर्थदण्ड लगाया गया। मुरैना में 1 लाख की सामग्री और खरगौन में 456 लीटर अमानक घी जब्त किया गया। पुलिस द्वार गत दो माह में 67 प्रकरण में 100 आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही हुई है। चलित खाद्य प्रयोगशालाओं द्वारा जांच के लिए 74 हजार 595 नमूने लिए गए। प्रदेश में 15 मोबाइल फूड लेब जिलों सहित ब्लाक तहसील और ग्रामों में कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा 9 नवम्बर 2020 को इनका शुभारंभ किया गया था।

खाद्य सुरक्षा प्रशासन में सबसे आगे मध्यप्रदेश

कांफ्रेंस में बताया गया कि देश में ईट राइट सिटी प्रतियोगिता में 20 जिले शार्टलिस्ट हुए थे जिनमें से मध्यप्रदेश के 5 जिले भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सागर और जबलपुर शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा प्रशासन की उपलब्धियों में मध्यप्रदेश देश में प्रथम है। देश में प्रथम भोग प्रमाणन दरगाह बुरहानपुर की दरगाह ए हकीमी को माना गया है। इसी तरह देश में प्रथम ईट राइट स्कूल के लिए इंदौर के सम्मति हायर सेकेण्ड्री स्कूल का चयन किया गया। देश के प्रथम भोग प्रमाणन मंदिर के रूप में महाकाल मंदिर और देश में प्रथम एयर पोर्ट ईट राइट कैम्पस के लिए राजा भोज एयरपोर्ट भोपाल का चयन किया गया है।