
Puri Stampede DM-SP Removed: DM-SP का तबादला, DCP और कमांडेंट सस्पेंड, जांच के आदेश,CM ने मांगी माफी, मृतकों के परिजनों को 25 लाख की मदद
पुरी: पुरी में रविवार तड़के करीब 4 बजे श्री गुंडिचा मंदिर के पास रथयात्रा के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे के लिए भगवान जगन्नाथ के भक्तों से क्षमा मांगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की।
पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन और एसपी का तत्काल तबादला कर दिया गया है, जबकि डीसीपी विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को ड्यूटी में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है। चंचल राणा को पुरी का नया जिला कलेक्टर और पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और विकास आयुक्त की देखरेख में विस्तृत प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं। हादसा सुबह चार बजे के करीब हुआ, जब सैकड़ों श्रद्धालु रथयात्रा उत्सव देखने के लिए मंदिर के पास एकत्रित हुए थे। अनुष्ठान के लिए सामग्री ले जा रहे दो ट्रकों के रथों के पास पहुंचने के बाद अफरा-तफरी मच गई। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें छह की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान बोलागढ़ निवासी बसंती साहू, बालीपटना निवासी प्रेमकांत मोहंती और प्रवती दास के रूप में हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं और मेरी सरकार महाप्रभु जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। जो श्रद्धालु इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे, उनके परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें।”




